Delhi-NCR Greenfield Expressway: दिल्ली-एनसीआर के लोगों को जल्द एक और एक्सप्रेस-वे मिलने जा रहा है। दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे को ट्रांस हरियाणा एक्सप्रेसवे से जोड़ने के लिए एक ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे बनाया जाएगा। इसकी लंबाई 86 किमी होगी। इस सड़क के तैयार होने के बाद हिमाचल, पंजाब और जम्मू-कश्मीर से आने वाले वाहन दिल्ली में आए बिना ही मुंबई जा सकेंगे। इस एक्सप्रेस-वे से ना सिर्फ दिल्ली में ट्रैफिक का बोझ कम होगा बल्कि मुंबई का रास्ता भी आसान हो जाएगा।
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे को ट्रांस हरियाणा एक्सप्रेसवे से जोड़ा जाएगा। इसके लिए 86 किमी लंबा ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे तैयार किया जा रहा है। यह एक्सप्रेसवे हरियाणा के नारनौल से राजस्थान के अलवर तक किया जाएगा। जानकारी के मुताबिक इस प्रोजेक्ट पर 1400 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। एनएचएआई के परियोजना निदेशक मुकेश कुमार मीना ने कहा कि काम को दो पैकेज में बांटा गया है। इसके लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। पूरे प्रोजेक्ट को खत्म करने के लिए 2 साल का समय निर्धारित किया गया है।
इस एक्सप्रेसवे के शुरू होने के बाद एक सड़क दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे को पनियाल के पास हाईवे 148बी से जोड़ेगी। हाईवे 148बी की ट्रांस हरियाणा एक्सप्रेसवे (हाईवे-152डी) से कनेक्टिविटी है। दोनों एक्सप्रेसवे के बीच जुड़ाव से उत्तर भारत और मुंबई के बीच सीधा संपर्क हो जाता है। इससे चंडीगढ़ से दिल्ली, नारनौल और जयपुर की दूरी कम होगी।
अब पंजाब, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर से आने वाले वाहन ट्रांस हरियाणा एक्सप्रेसवे (हाईवे-152डी) से नरहौल पहुंचेंगे। इसके बाद यह एक्सप्रेसवे हाईवे-148बी और फिर दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे को कनेक्ट करेगा। यह हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले में नारनौल बाईपास (एनएच-148बी) पर सुराणा गांव के साथ कुरुक्षेत्र जिले (इस्माइलाबाद के पास) में गंगहेरी गांव (एनएच-152 पर) को जोड़ता है। बता दें कि पहले से मौजूद यह एक्सप्रेसवे हरियाणा के 8 जिलों को जोड़ता है।