AAP विधायक अमानतुल्ला खान दिल्ली के सीएम और पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल के आवास पर पहुंचे। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आम आदमी पार्टी के विधायक अमनातुल्लाह खान से मिलने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर हमला किया। सीएम केजरीवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि मनीष सिसोदिया के खिलाफ एक भी सबूत नहीं मिला। पीएम मोदी आम आदमी पार्टी को खत्म करना चाहते हैं।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हमारे विधायक पर झूठे आरोप हैं, झूठी FIR हुई है, झूठे मामलों में फंसाकर हमारे नेताओं को गिरफ्तार किया जा रहा है। दिल्ली के सीएम ने कहा, “सारी फाइल की जांच हुई थी, एक पैसे का घोटाला नहीं निकला। दो साल से हमारे सीनियर नेता को गिरफ्तार किया जा रहा है। सिसोदिया के खिलाफ ईडी के पास कोई सबूत नहीं है। ये आम आदमी पार्टी को खत्म करने की साजिश कर रहे हैं।” आप संयोजक ने कहा कि हमारे नेताओं के खिलाफ फर्जी जांच चल रही है। भ्रष्ट नेता भाजपा में शामिल हो रहे हैं।
#WATCH दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, “मनीष सिसोदिया केस में पिछले हफ्ते की सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट के जज बार-बार पूछ रहे थे कि कोई तो सबूत दो, इनके पास मनीष सिसोदिया के खिलाफ एक भी सबूत नहीं था। इसका मतलब सारे केस झूठे हैं।” pic.twitter.com/VHvFFJugge
अरविंद केजरीवाल ने आगे कहा कि आप नेताओं के खिलाफ फर्जी मामला चल रहा है। मोदी के चाल और जुबान में अहंकार है। PM मोदी ने देश का माहौल खराब कर दिया है। उनसे सब कोई डरा हुआ है। दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा, “मनीष सिसोदिया केस में पिछले हफ्ते की सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट के जज बार-बार पूछ रहे थे कि कोई तो सबूत दो, इनके पास मनीष सिसोदिया के खिलाफ एक भी सबूत नहीं था। इसका मतलब सारे केस झूठे हैं।”
आप के राष्ट्रीय संयोजक ने कहा कि आप विधायकों के खिलाफ 170 से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं और 170 मामलों में से 140 फैसले हमारे पक्ष में थे। पिछले दो सालों से उन्होंने हमारे मंत्रियों और वरिष्ठ नेताओं को गिरफ्तार करना शुरू कर दिया है। उन्होंने संजय सिंह को गिरफ्तार किया और अमानतुल्ला खान के आवास पर भी छापेमारी की।
गौरतलब है कि भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने आप विधायक अमानतुल्लाह के खिलाफ दिल्ली वक्फ बोर्ड के कामकाज में वित्तीय हेराफेरी और अन्य अनियमितताओं से जुड़े मामले केस दर्ज कराया था। इसी मामले में ED ने मंगलवार को अमानतुल्ला खान और कुछ अन्य लोगों के खिलाफ मनी-लॉन्ड्रिंग जांच के तहत उनके परिसरों पर छापेमारी की थी।