इजरायल और फिलिस्तीन के आतंकी संगठन हमास के बीच जारी जंग का आज पांचवा दिन है। इस जंग में जहां भारत, अमेरिका जैसे देश खुलकर इजरायल का समर्थन कर रहे हैं, तो वहीं पाकिस्तान, अपगानिस्तान, कुवैत जैसे देश फिलिस्तीन के पक्ष में हैं। इस बीच रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने खुलकर फिलिस्तीन का समर्थन किया है। पुतिन का कहना है कि स्वतंत्र संप्रभु फिलिस्तीन का निर्माण एक जरूरत है।
पुतिन ने मंगलवार को कहा कि इजरायल और गाजा का संघर्ष अमेरिका की मध्य पूर्व नीति की असफलता को दिखाता है। इसके साथ ही उन्होंने एक स्वतंत्र संप्रभु फिलिस्तीन के निर्माण को आवश्यक बताया। खबर के मुताबिक मॉस्को में इराक के प्रधानमंत्री मोहम्मद शिया अल-सुदानी से मुलाकात के दौरान पुतिन ने यह टिप्पणी की। पुतिन ने आरोप लगाया कि पश्चिमी देशों ने फिलिस्तीनी लोगों के बुनियादी हितों को ध्यान में नहीं रखा।
पुतिन ने कहा, “मुझे लगता है कि ज्यादातर लोग मुझसे सहमत होंगे। यह अमेरिका की मिडल ईस्ट में राजनीति की विफलता का साफ उदाहरण है।” उन्होंने कहा कि अमेरिका ने इस मुद्दे को हल करने में एकाधिकार जमाने की कोशिश की थी। लेकिन दुर्भाग्य से वह वह ऐसा कोई समझौता नहीं खोज सके जो दोनों पक्षों को मंजूर हो। रूसी राष्ट्रपति ने कहा कि एक स्वतंत्र और संप्रभु फिलिस्तीनी देश के निर्माण को लेकर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के निर्णयों को लागू करने की जरूरत है।
वहीं, दूसरी ओर रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने मास्को में अरब लीग प्रमुख अहमद अबुल घेइत के साथ बातचीत के बाद कहा, “अगर अमेरिका और पश्चिमी देशों को विश्वास है कि वे अस्थिरता का कारण सुलझाए बिना इजरायल की जीत सुनिश्चित कर सकते हैं तो यह अदूरदर्शिता है। उन्होंने अमेरिका पर इस मसले को सुलझाने की मध्यस्थता की कोशिशों को विफल करने का आरोप लगाया।