आम आदमी पार्टी के नेता राघव चड्डा ने दिल्ली हाईकोर्ट के सामने खुद को मिल रही आतंकी धमकियों और सुरक्षा से जुड़ी बातों का हवाला दिया है। यह बात आप नेता ने कोर्ट के सामने अपने बंगले को बचाने के लिए रखी है। उनकी ओर से पेश हुए वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने दिल्ली हाईकोट को बताया कि राघव चड्डा को उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने टाइप 7 बंगला अलॉट किया था और यह इसलिए किया गया था क्योंकि उन्हें धमकियां मिल रही थीं, इसीलिए उन्हें Z प्लस सुरक्षा दी गई थी।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक राघव चड्डा ने कहा कि उन्हें उनकी शादी के वक्त से ही परेशान किया जा रहा है। पिछले दिनों आप के राज्यसभा सांसद राघव चड्डा ने अभिनेत्री परिणीति चोपड़ा से शादी की है। चड्ढा की वकील ने कहा कि संसद सदस्य को एक नोटिस दिया गया और बंगला खाली कराने की कार्यवाही जारी है। उन्होंने इससे पहले कहा कि निचली अदालत की ओर से रोक लगायी गयी थी लेकिन इसे अब हटा लिया गया है। निचली अदालत ने पांच अक्टूबर को आदेश दिया था कि ‘आप’ नेता राघव चड्ढा यह दावा नहीं कर सकते कि आवंटन रद्द होने के बाद भी उन्हें राज्यसभा सदस्य के रूप में अपने पूरे कार्यकाल के दौरान सरकारी बंगले पर कब्जा कायम रखने का पूर्ण अधिकार है।
अदालत ने 18 अप्रैल को पारित उस अंतरिम आदेश को रद्द करते हुए यह टिप्पणी की जिसमें राज्यसभा सचिवालय को चड्ढा को सरकारी बंगले से बेदखल नहीं करने का निर्देश दिया गया था। निचली अदालत ने कहा कि चड्ढा को अंतरिम राहत दी गई थी कि उन्हें कानूनी प्रक्रिया के बिना आवास से बेदखल नहीं किया जाएगा।
राघव चड्डा की ओर से पेश हुए वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि राघव चड्डा को सुरक्षा के लिहाज से यह बंगला दिया गया था। राघव चड्डा ने कोर्ट के सामने दलील दी, “मेरे मामले में सभापति ने अपने विवेक का इस्तेमाल किया। मुझे पंजाब में सुरक्षा मिली हुई है, तो उसका ये मतलब कतई नहीं है कि दिल्ली में सुरक्षा घाटा दी जाए और यहां मेरी हत्या कर दी जाए। मुझे हर कहीं सुरक्षा घेरे में रहना है।”