लोकसभा चुनाव 2024 से पहले कांग्रेस पार्टी ने विरोधियों को घेरने के लिए जातीय गणना का कार्ड खेला है। उनपर पलटवार किया गया है कि तेलंगाना की सत्ताधारी पार्टी BRS की तरफ से। BRS नेता के. कविता ने मंगलवार को कांग्रेस के नेता राहुल गांधी से सवाल किया कि 60 सालों तक देश पर शासन करने वाली उनकी पार्टी ने OBC की जनगणना क्यों नहीं करायी।
उन्होंने कहा कि तेलंगाना के CM के. चंद्रशेखर राव ने 2014 में OBC को 33 प्रतिशत आरक्षण देने के लिए विधानसभा से एक प्रस्ताव पारित करवाया और BRS ओबीसी आयोग को वैधता प्रदान करने की मांग करने वाली पहली पार्टी थी। BRS की विधान परिषद सदस्य कविता ने कहा, “कांग्रेस नेता ने ओबीसी जनसंख्या की जनगणना की चर्चा शुरू की है। जब वे 60 साल तक सत्ता में थे तब उन्होंने यह नहीं कराया। अब वह कहते हैं कि वह ओबीसी के लिए कुछ करेंगे।”
कविता ने केंद्र में OBC के लिए अलग मंत्रालय के गठन के मुद्दे पर अब तक चुप्पी साधने को लेकर BJP एवं कांग्रेस पर सवाल खड़ा किया। उन्होंने कहा कि 2015 में राज्य के गठन के एक दिन के अंदर ही BRS सरकार ने समग्र परिवार सर्वेक्षण का काम हाथ में लिया, फलस्वरूप वह सभी समुदायों को कल्याणकारी योजनाएं प्रदान करने में कामयाब हुई।
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी महज चुनाव से पहले बयान दे रहे हैं जबकि इसके विपरीत मुख्यमंत्री केसीआर ने OBC कल्याण को हमेशा अपनी प्राथमिकता में रखा। कविता ने कहा कि यह समय है कि सभी दल देश में ओबीसी के लोगों के वास्ते सामाजिक न्याय सुनिश्चित करने के लिए जातिगत जनगणना के महत्व को समझें तथा यह भी समझें कि महिला आरक्षण में भी ओबीसी महिलाओं के लिए आरक्षण होना चाहिए।
BJP झारखंड के अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने मंगलवार को कहा कि देशभर में जाति आधारित जनगणना की विपक्ष की मांग का अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव तथा झारखंड विधानसभा चुनाव में भाजपा की संभावना पर कोई असर नहीं होगा। पूर्व मुख्यमंत्री मरांडी ने कहा कि भाजपा लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनाव दोनों में झारखंड में बेहतर प्रदर्शन करेगी और सत्ता में आई तो भ्रष्टाचार मुक्त सरकार देगी, कानून व्यवस्था की स्थिति में सुधार करेगी, NRC लागू करेगी तथा समग्र विकास सुनिश्चित करेगी। (भाषा)