इजरायल पर हमास ने घातक हमला किया। हमास के घातक हमले से पूरी दुनिया भी हैरान है। पूरी दुनिया हैरत में है कि इजरायल के पास सबसे मजबूत सुरक्षा कवच है लेकिन फिर भी वह हमास के हमले को रोकने में कैसे कामयाब नहीं हो पाया? इजरायल के एयर डिफेंस सिस्टम का नाम आयरन डोम है और यह एक तरीके से मिसाइल सिस्टम है।
जैसे ही इजरायल पर कोई खतरा आता है या फिर उसके ऊपर हमला होता है, तुरंत Iron Dome एक्टिव हो जाता है। इस सिस्टम में जमीन से हवा में मार करने वाली मिसाइल होती हैं। जैसे ही इजरायल की ओर कोई रॉकेट या ड्रोन आता है, यह तुरंत फायर हो जाता है। पूरे इजरायल को ऐसे सिस्टम से लैस किया गया है। लेकिन हमास ने 20 मिनट में 5000 रॉकेट दाग डालें, लेकिन Iron Dome सिस्टम एक्टिव ही नहीं हुआ।
हमास के पास कई तरह के रॉकेट हैं, जिससे पूरे इसराइल को खतरा है। R160 रॉकेट की रेंज 160 किलोमीटर है। इससे पूरे इजराइल में कहीं भी हमला कर सकते हैं। वहीं M75 रॉकेट की रेंज 75 किलोमीटर की है और 60 किलोग्राम हथियार भी यह ले जा सकता है।
इजरायल को हराने के लिए हमास अब लगातार अपने नए और घातक हथियार बना रहा है। हमास के पास जीपीएस गाइडेड ड्रोन्स और मिसाइलें हैं और वह रिसर्च में पैसा लगा रहा है। हमास रोबोटिक गाड़ियां बना रहा है और मानवरहित पनडुब्बियां भी बना रहा है। समुद्र में तटों के किनारे हमास की नौसेना ने सुरंगें बना रखी हैं। जिनका इस्तेमाल छिपने और हथियारों को अंदर लाने और बाहर ले जाने के लिए होता है।
इजराइल के पास 15 किलोमीटर रेंज वाले एक हजार सेल्फ प्रोपेल्ड रॉकेट सिस्टम हैं। तो वहीं 20 किलोमीटर रेंज वाले 2500 स्मगलिंग करके मांगए गए रॉकेट है। वहीं हमास के पास 200 सेल्फ मेड ग्रेड रॉकेट्स हैं। इजराइल अपने ड्रोन को खिलौने के साथ मंगवाता है, ताकि किसी को कोई शक ना हो। हमास के पास 40 टन से अधिक अमोनियम क्लोराइड का भंडार है, जिसका इस्तेमाल वह विस्फोटक बनाने के लिए करता है।