इजरायल के शीर्ष नेताओं ने हमास चरमपंथियों के अप्रत्याशित हमले के बाद पैदा हुई जटिल स्थिति से निपटने के लिए अपने मतभेदों को दरकिनार करते हुए देश में एक आपातकालीन राष्ट्रीय एकता सरकार बनाने की संभावना पर चर्चा शुरू कर दी है।
हारेत्ज की रिपोर्ट के मुताबिक प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू तथा विपक्षी नेता यायर लापिड और बेनी गैंट्ज ने शनिवार को चर्चा की। उन्होंने नेतन्याहू की सरकार में शामिल होने की संभावना पर चर्चा की। दोनों विपक्षी नेताओं ने सरकार में शामिल होने को लेकर अपनी इच्छा जताई। लेकिन लापिड ने दक्षिणपंथी नेताओं और मंत्रियों के अलावा बेजेलल स्मोट्रिच और इटमार बेन-ग्विर को हटाने की मांग की। बेनी गैंट्ज दोनों के साथ सरकार में शामिल होने को लेकर सहमत हो गए हैं।
पिछले साल दिसंबर में नेतन्याहू के सत्ता में लौटने से पहले लापिड ही इजरायल के प्रधानमंत्री थे। पूर्व रक्षा मंत्री बेनी गैंट्ज ने कहा कि वह सरकार में शामिल होने पर विचार कर रहे हैं। वो इजरायल रक्षा बलों (IDF) के चीफ भी रहे हैं। रिपोर्ट के अनुसार लापिड ने बैठक के दौरान नेतन्याहू से कहा कि इस आपातकालीन स्थिति में वो सभी असहमतियों को किनारे रखकर आपातकालीन एकता सरकार बनाने को तैयार हैं। लापिड ने कहा कि नेतन्याहू को पता है उनकी कट्टरपंथी कैबिनेट युद्ध का प्रबंधन नहीं कर सकती। लापिड ने कहा कि पूर्व रक्षा मंत्री बेनी गैंट्ज भी ऐसी सरकार में शामिल होंगे।
हमास के आतंकवादियों ने शनिवार को एक प्रमुख यहूदी अवकाश के दौरान इजरायल पर अप्रत्याशित हमला कर दिया, जिसमें 26 सैनिकों समेत कम से कम 300 लोगों की मौत हो गई और कई लोगों को बंधक बना लिया गया। वहीं, इजराइल की जवाबी कार्रवाई में गाजा में कम से कम 250 लोगों की मौत हो गई।