पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान की सभी राजनीतिक दलों के नेताओं को दी गई डिबेट की चुनौती के बीच राजनीतिक घमासान छिड़ गया है। सीएम मान ने विपक्षी पार्टियों को चैलेंज किया है कि वे आएं और पंजाब के मुद्दों पर खुली बहस करें। दरअसल पंजाब सीएम भाजपा, अकाली दल और कांग्रेस के पदअधिकारियों को यह चुनौती दी थी जिसे सभी ने स्वीकार कर लिया। सतलुज-यमुना लिंक नहर पर पंजाब के मामले को सुप्रीम कोर्ट के सामने ठीक से पेश न करने के कारण आलोचना झेल रहे मुख्यमंत्री भगवंत ने ट्विटर (एक्स) पर एक बयान जारी कर यह चुनौती दी थी।
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने एक्स पर भाजपा, अकाली दल और कांग्रेस के पदअधिकारियों को चुनौती देते हुए लिखा,”भाजपा प्रधान जाखड़ जी, अकाली दल के सुखबीर सिंह बादल और कांग्रेस के राजा वडिंग-प्रताप बाजवा जी को मेरा खुला निमंत्रण है कि रोज-रोज की किच-किच के बजाय एक बार आएं और पंजाबियों व मीडिया के सामने बैठकर पंजाब को अब तक किसने कैसे लूटा, भाई-भतीजे, साले-जीजे, मित्र-मुलाहजे, टोल-प्लाजे,…सब लाइव बहस करते हैं। आप अपने साथ कागज भी ले आएं लेकिन में मूंह जुबानी सब बात रखूंगा।” भगवंत मान ने आगे लिखा, “1 नवंबर ‘पंजाब दिवस’ वाला दिन ठीक रहेगा, आपको तैयारी के लिए टाइम भी मिल जाएगा, मेरी तो पूरी तैयारी है क्योंकि सच बोलने के लिए रट्टे नहीं लगाने पड़ते।”
भाजपा प्रधान जाखड़ जी, अकाली दल के सुखबीर सिंह बादल और कांग्रेस के राजा वडिंग-प्रताप बाजवा जी को मेरा खुला निमंत्रण है कि रोज-रोज की किच-किच के बजाय एक बार आएं और पंजाबियों व मीडिया के सामने बैठकर पंजाब को अब तक किसने कैसे लूटा, भाई-भतीजे, साले-जीजे, मित्र-मुलाहजे, टोल-प्लाजे,…
सीएम भगवंत मान की चुनौती पर तुरंत प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा के राज्य प्रमुख सुनील जाखड़ लिखा: “तू इधर उधर की बात ना कर,
ये बता की काफिला क्यों लूटा! भगवंत मान जी पंजाब के हर मुद्दे पर करने के लिए हम हमेशा तैयार हैं, लेकिन सबसे पहले, कृपया हमें बताएं कि किन दबावों या राजनीतिक हितों के कारण आपको पंजाब के पानी के गंभीर मुद्दों पर सुप्रीम कोर्ट में समझौता करना पड़ा।”
अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने भी इस चुनौती को स्वीकार किया और बाहर आकर उनसे मिलने की चुनौती दी और 1 नवंबर की बहस के लिए दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को आमंत्रित करने के लिए भी कहा।