महाराष्ट्र की सियासत लोकसभा चुनाव से पहले पेचीदा होती नजर आ रही है। एनसीपी के भीतर आई दरार और ज्यादा बढ़ती नजर आ रही हैं, इसकी वजह डिप्टी सीएम अजित पवार की पत्नी सुनेत्रा पवार के बारामती सीट से चुनाव लड़ने की अटकलें हैं, ध्यान देने की बात है कि इस ही सीट से मौजूदा सांसद सुप्रिया सुले हैं। इन अटकलों को लेकर सांसद सुप्रिया सुले ने कहा कि दिल्ली की एक अदृश्य शक्ति उनके परिवार और महाराष्ट्र की राजनीति में दरार पैदा करने की कोशिश कर रही है। पिछले दिनों अजित पवार के भाजपा गठबंधन में शामिल होने के बाद एनसीपी में दरार आ गई थी।
एनसीपी नेता और सांसद सुप्रिया सुले ने शनिवार को बारामती के मालेगांव में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि दिल्ली की एक अदृश्य शक्ति हमारे परिवार और महाराष्ट्र की राजनीति में कड़वाहट पैदा करने की कोशिश कर रही है। उनकी यह प्रतिक्रिया बारामती से सुनेत्रा पवार या उनके बेटे पार्थ के चुनाव लड़ने की संभावना के बारे में पूछे जाने के बाद आई।
सुप्रिया सुले ने कहा, ”न तो मैं और न ही मेरा परिवार जानता है कि मेरे खिलाफ कौन चुनाव लड़ेगा। मैं बारामती से तीन बार जीत चुकी हूं और जो भी चौथी बार मेरे खिलाफ चुनाव लड़ने जा रहा है, मैं उसका स्वागत करती हूं। परीक्षा में नकल करके उत्तीर्ण होने से बेहतर है कि योग्यता के आधार पर उत्तीर्ण हुआ जाए। आप सभी जानते हैं कि इस तरह की अटकलें कौन लगा रहा है। अमृता फड़णवीस के इस बयान पर कि अब कोई भी भाजपा को चुनाव जीतने से नहीं रोक सकता क्योंकि अजित पवार ने देवेन्द्र फड़नवीस के साथ मिलकर काम किया है, सुले ने कहा, ”लोकतंत्र में, हर किसी को अपने विचार व्यक्त करने का अधिकार है… मैं कोई टिप्पणी नहीं करना चाहती।”
उप मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस के उस बयान के बारे में पूछे जाने पर कि अवसर आने पर अजित पवार मुख्यमंत्री बनेंगे, सुप्रिया सुले ने कहा, ”अगर ऐसा होता है तो मैं देवेन्द्र फड़णवीस से अनुरोध करूंगी कि वह मुझे अजित दादा को सबसे पहले माला पहनाने का मौका दें, भाजपा एक बड़ा बलिदान कर रही है, मैं उन्हें बधाई देती हूं।”