इजरायल पर हमास के आतंकवादियों के औचक हमले के एक दिन बाद रविवार को लेबनान के आतंकवादी समूह हिजबुल्ला ने भी एक विवादित इलाके में इजरायल के तीन ठिकानों पर हमले किए। ऐसे में इस संघर्ष के व्यापक पैमाने पर फैलने की आशंका बढ़ गई है।
हिजबुल्ला ने सीरिया में इजरायल के कब्जे वाले गोलन हाइट्स के साथ लगती देश की सीमा पर एक विवादित इलाके में इजराइल के ठिकानों पर रविवार को कई रॉकेट दागकर गोलाबारी की। इजरायली सेना ने जवाबी कार्रवाई करते हुए एक विवादित इलाके में हिजबुल्ला के ठिकानों पर ड्रोन हमले किए। इस इलाके की सीमा इजरायल, लेबनान और सीरिया से लगती है।
इजरायल पर हिजबुल्ला के हमलों के कारण इस संघर्ष के गहराने का खतरा बढ़ गया है। इजरायल और हिजबुल्ला कट्टर शत्रु हैं। दोनों ने पहले भी कई बार युद्ध लड़े हैं। 2006 में 34 दिन तक चले संघर्ष में लेबनान में 1,200 और इजरायल में 160 लोग मारे गए थे। इजरायल की उत्तरी सीमा पर महीनों से तनाव बना हुआ है।
हिजबुल्ला ने एक बयान में कहा कि फलस्तीनी विरोध के साथ एकजुटता जताने के लिए बड़ी संख्या में रॉकेट और विस्फोटकों का इस्तेमाल कर यह हमला किया गया। उसने बताया कि इजरायली ठिकानों को सीधे निशाना बनाया गया। इजरायली सेना ने भी लेबनानी इलाकों में ड्रोन हमले किए। हालांकि हिजबुल्ला ने इजरायल के मेन इलाके के बजाय एक विवादित क्षेत्र में उसके ठिकानों पर हमला किया। इससे माना जा रहा है कि हिजबुल्ला ने अपने दुश्मन के साथ बड़े पैमाने पर लड़ाई से बचने की कोशिश की है। वो सीधे लड़ाई करने से पूरी तरह से बच रहा है।
उधर, हमास आतंकवादियों ने गाजा पट्टी पर एक सीमा बाड़ को तोड़ दिया। उन्होंने इजरायली बस्तियों में घुसकर महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों समेत कई नागरिकों को बंधक बना लिया। इजरायल ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए गाजा में कई इमारतें नेस्तनाबूद कर दी। इजरायली सेना ने बताया कि उसके सैनिक आठ स्थानों पर हमास के आतंकवादियों से लड़ रहे हैं। उन्होंने गाजा में 426 ठिकानों पर हमले कर कई रिहायशी इमारतें ढेर कर दीं।
फलस्तीन के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि गाजा पट्टी में 20 बच्चों समेत कम से कम 313 लोगों की मौत हो गई। जबकि 2 हजार लोग घायल हुए हैं। इजरायली मीडिया ने बचाव सेवा अधिकारियों के हवाले से बताया कि हमास के हमले में कम से कम 600 लोगों की मौत हो गई।