भारत से बाहर विश्व का सबसे बड़ा हिंदू मंदिर स्वामीनारायण अक्षरधाम का रविवार 8 अक्टूबर 2023 को अमेरिका के न्यू जर्सी में उद्घाटन हुआ। यह मंदिर न्यूयॉर्क के टाइम्स स्क्वायर, लगभग 90 किमी दक्षिण और वाशिंगटन डीसी से लगभग 289 किमी उत्तर न्यू जर्सी के छोटे रॉबिन्सविले टाउनशिप में बनाया गया है। मंदिर स्वामीनारायण संप्रदाय का विश्वव्यापी धार्मिक और नागरिक संगठन बोचासनवासी श्री अक्षर पुरुषोत्तम स्वामीनारायण संस्था (BAPS) द्वारा निर्मित कई मंदिरों में से एक है। इसे 18 अक्टूबर से आम श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया जाएगा।
255 फीट लंबे, 345 फीट चौड़े, 191 फीट ऊंचे और 183 एकड़ में फैले मंदिर को बनाने में अमेरिका के 12,500 से अधिक स्वयंसेवकों ने दिनरात मेहनत की। मुख्य मंदिर के अलावा इसमें 12 उप-मंदिर हैं। नौ शिखर (शिखर जैसी संरचनाएं) और नौ पिरामिडनुमा शिखर हैं। इतने विशाल और भव्य मंदिर को बनाने में करीब बारह साल लगे हैं। इसमें 10,000 से अधिक मूर्तियों और जटिल नक्काशी का उल्लेखनीय संग्रह है, जो भारतीय संगीत वाद्ययंत्रों और नृत्य रूपों को दर्शाती है। यह आधुनिक युग के हिंदू मंदिरों में संभवतः कंबोडिया के प्रतिष्ठित अंगकोर वाट के बाद दूसरा सबसे बड़ा मंदिर है। मंदिर में ‘ब्रह्म कुंड’ के नाम से एक पारंपरिक भारतीय बावड़ी है, जिसमें दुनिया भर के 300 से अधिक जल निकायों का जल शामिल है।
मंदिर के निर्माण में लगे चूना पत्थर, ग्रेनाइट, गुलाबी बलुआ पत्थर और संगमरमर सहित लगभग दो मिलियन क्यूबिक फीट पत्थर भारत, तुर्की, ग्रीस, इटली और चीन सहित दुनिया के विभिन्न हिस्सों से मंगवाए गए हैं।
बीएपीएस स्वामीनारायण संस्था के अक्षरवत्सलदास स्वामी ने एजेंसी को दिए एक साक्षात्कार में कहा, ‘‘हमारे आध्यात्मिक नेता (प्रमुख स्वामी महाराज) की सोच थी कि पश्चिमी गोलार्ध में एक ऐसा स्थान होना चाहिए जो केवल हिंदुओं, केवल भारतीयों या केवल कुछ लोगों के समूहों का न होकर दुनिया के सभी लोगों के लिए हो। यह स्थान पूरी दुनिया के लिए होना चाहिए, जहां लोग आ सकें और हिंदू परंपरा के कुछ मूल्यों, सार्वभौमिक मूल्यों को सीख सकें।’’
इस सप्ताह मंदिर परिसर में देश भर से लोग इसे देखने पहुंचे और साधु-संतों से मिलकर आशीर्वाद लिया। लोगों ने भगवान स्वामीनारायण संप्रदाय के संस्थापक और पश्चिमी भारत नैतिक और आध्यात्मिक पुनर्जागरण की शुरुआत करने वाले महान संत की पूजा समारोह में हिस्सा लिया।