रूसी सेना ने गुरुवार को यूक्रेन के खारकीव क्षेत्र में एक गांव पर हमला किया। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के चीफ ऑफ स्टाफ के दावे के मुताबिक इस हमले में 51 लोग मारे गए। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की और कीव के अन्य शीर्ष अधिकारियों ने बताया कि रूसी रॉकेट ने पूर्वी यूक्रेन के गांव में कैफे और स्टोर को निशाना बनाया, जो विस्फोट के बाद तबाह हो गया।
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के कहा कि यह हाल ही के महीनों में रूस का सबसे घातक हमला है। इसका जवाब दिया जाएगा। यह हमला ऐसे समय में किया गया है जब जेलेंस्की ने समर्थन जुटाने के लिए स्पेन में 50 यूरोपीय नेताओं की समिट में भाग लिया है। खारकीव क्षेत्र के गवर्नर ओलेह सिनेहुबोव ने कहा कि कुपयांस्क जिले के ह्रोज़ा गांव में एक कैफे और एक दुकान पर हमला किया गया था, उस समय कई नागरिक वहां मौजूद थे। सिनेहुबोव ने टेलीग्राम मैसेजिंग ऐप पर बताया कि बचावकर्मी साइट पर काम करना जारी रखे हुए हैं।
यूक्रेन के आंतरिक मामलों के मंत्री इहोर क्लिमेंको ने कहा कि हमले के वक्त कैफे में लगभग 60 लोग थे, जो एक अंतिम संस्कार के बाद प्रार्थना में शामिल हो रहे थे। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, रूस ने इस गांव पर इस्कंदर मिसाइल से हमला किया था। यूक्रेनी मीडिया ने खून से लथपथ शव वाली कई तस्वीरें जारी कीं। वहीं बचाव टीमों ने हमले का शिकार बनी इमारतों में खोज अभियान चलाया। अधिकारियों ने बचावकर्मियों के सुलगते मलबे पर चढ़ने के फुटेज पोस्ट किए। कई शव कंक्रीट और धातु के स्लैब के पास पड़े थे।
जेलेंस्की ने पश्चिमी समर्थन की मांग करते हुए कहा कि रूसी आतंक को रोका जाना चाहिए। उन्होंने अपने टेलीग्राम चैनल पर पोस्ट किए गए एक बयान में कहा, “रूस को केवल एक ही चीज़ के लिए इस तरह के आतंकवादी हमलों की जरूरत है, वो है अपनी नरसंहार आक्रामकता को पूरी दुनिया के लिए नया आदर्श बनाना।”
गौरतलब है कि रूस ने यूक्रेन के खिलाफ युद्ध की शुरुआत में ह्रोजा और पूर्वी खारकीव के अन्य हिस्सों पर कब्जा कर लिया था। सितंबर 2022 में यूक्रेन ने इन इलाकों पर फिर से कब्जा कर लिया। यह गांव कुपियांस्क से केवल 30 किलोमीटर पश्चिम में स्थित है। जेलेंस्की ने मंगलवार को सैनिकों से मिलने और पश्चिमी देशों के दिए उपकरणों का निरीक्षण करने के लिए इलाके का दौरा किया था।