लखीमपुर में 8 लोगों को कार से कुचलकर उनकी हत्या के मामले में किसान और मजदूर आक्रामक रवैया अपना रहे हैं। दिल्ली में 24 अगस्त को हुए आल इंडिया जॉइंट कन्वेंशन में किसानों और मजदूरों के नेताओं ने फैसला लिया गया था कि 3 सितंबर मंगलवार को देशभर में ब्लैक डे मनाया जाएगा। उनकी मांग है कि इस मामले के मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा के पिता केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा को केंद्र मंत्री पद से हटाए। उनके खिलाफ केस भी चलाया जाए।
उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में 3 अक्टूबर 2021 को दोपहर करीब तीन बजे हुई हिंसा में 8 लोगों की मौत हो गई थी। वारदात यूपी के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के दौरे से ऐन पहले हुई थी। बीजेपी के केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा पर हत्याओं का आरोप लगा। आशीष पर विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों को कुचलने का आरोप है। पुलिस ने आशीष मिश्रा और कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की थी। पुलिस ने अजय मिश्रा के बेटे पर हत्या, दुर्घटना करने और बलवा की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।
सुप्रीम कोर्ट ने अक्टूबर 2021 में लखीमपुर में हुई हिंसा का स्वत: संज्ञान लिया था। उसके बाद आशीष को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। 10 फरवरी 2022 को इलाहाबाद हाईकोर्ट से आशीष मिश्रा को जमानत मिली और 15 फरवरी को आशीष मिश्रा जेल से रिहा हुआ था। फरवरी 2022 में आशीष मिश्रा की जमानत को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई थी। आशीष फिर से अरेस्ट हुआ।
हालांकि बाद में सुप्रीम कोर्ट ने ही आशीष मिश्रा को सुप्रीम कोर्ट ने अंतरिम जमानत दे दी गई है. अदालत ने आशीष मिश्रा को जमानत देते हुए उस पर कई बंदिशें लगाईं। उसके दिल्ली और यूपी जाने पर बैन था। लेकिन हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने ही आशीष को दिल्ली आने की अनुमति दे दी। आशीष का कहना था कि उसकी मां और बेटी गंभीर बीमार हैं।