तमिलनाडु के यरकौड में स्थित मोनफोर्ट एंग्लो इंडियन हायर सेकेंडरी स्कूल के पूर्व छात्रों को अनोखी सजा मिली है। दसवीं के छात्रों से पहले झगड़ा करने और फिर अपने ही स्कूल के हास्टल में तोड़फोड़ करने के मामले में चार छात्रों को जमानत देने से पहले कोर्ट ने एक शर्त लगाई है।
अदालत ने अग्रिम जमानत मंजूर करते हुए कहा कि चारों को स्कूल के चार-चार क्लास रूम साफ करने होंगे। इसके साथ ही उनको महात्मा गांधी, तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री के कामराज और डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम के बारे में चार-चार पेज का निबंध लिखकर कोर्ट में जमा कराना होगा।
इसे स्कूल की वेबसाइट पर अगले एक साल के लिए डिस्पले किया जाएगा। चारों को हिदायत है कि वो कोई भी मैटर इंटरनेट से कॉपी नहीं करेंगे। चारों को हाथ से निबंध लिखकर लाना होगा। अगर कॉपी करने के बारे में कोर्ट को पता चला तो चारों को जमानत नहीं दी जाएगी।
मामले के मुताबिक चारों छात्र फिलहाल कॉलेज में पढ़ रहे हैं। पहले वो यरकौड में स्थित मोनफोर्ट एंग्लो इंडियन हायर सेकेंडरी स्कूल के छात्र थे। रिट्रीट सेरेमनी के दौरान उस समय़ 12वीं के चारों छात्रों का 10वीं के कुछ बच्चों से विवाद हो गया था। विवाद की वजह अपनी पसंद का गाना बजाना था। उस समय तो स्कूल प्रबंधन के दखल से मामला शांत हो गया। लेकिन कुछ दिनों बाद चारों छात्र स्कूल के हास्टल में आए और 10वीं के छात्रों के साथ वहां के स्टाफ से मारपीट की। चारों ने हास्टल में जमकर तोड़फोड़ भी की थी।
तमिलनाडु पुलिस ने उनके खिलाफ केस दर्ज किया था। चारों ने माफी मांगते हुए कोर्ट से अग्रिम जमानत की मांग की थी। जस्टिस टीका रमन ने उनको जमानत तो दी लेकिन कड़ी शर्तों के साथ। कोर्ट का कहना था कि चारों को ऐसा सबक देना जरूरी है जो बाकी विद्यार्थियों के लिए भी एक मिसाल बने। वो ऐसी हिंसक हरकतें करने से बचें।