राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) के मोस्ट वांटेड आतंकवादियों में से एक मोहम्मद शाहनवाज (27) को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उसका कथित तौर पर आतंकवादी संगठन आईएसआईएस के साथ संबंध हैं। पुलिस अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि शाहनवाज पुणे पुलिस की हिरासत से भाग निकला था और दिल्ली में रह रहा था। उस पर तीन लाख रुपये का इनाम घोषित था।
पुलिस के मुताबिक पेशे से माइनिंग इंजीनियर शाहनवाज को बम बनाने का उस्ताद माना जाता है। दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ ने गिरफ्तार कर लिया है और फिलहाल उससे पूछताछ की जा रही है। उन्होंने बताया कि आईएसआईएस मॉड्यूल से जुड़े और हिरासत में लिए गए चार-पांच अन्य संदिग्धों से भी पूछताछ की जा रही है।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि स्पेशल सेल ने चार से पांच और लोगों को भी हिरासत में लिया है और उनसे पूछताछ की जा रही है। अधिकारी ने कहा, “हमने शाहनवाज के पास से अवैध हथियार और रासायनिक पदार्थ बरामद किए हैं… वह पिछले तीन से चार वर्षों से सक्रिय था और देश के उत्तरी राज्यों में बम हमले की योजना बनाने के एडवांस स्टेज में था।”
दिल्ली पुलिस को कुछ दिन पहले आईएसआईएस के तीन आतंकियों के राजधानी में छिपे होने की सूचना दी गई थी। इसके बाद से ही पुलिस अलर्ट मोड में आ गई और तीनों की तलाश शुरू कर दी। सोमवार 2 अक्टूबर को पुलिस ने शाहनवाज को पकड़ लिया। हालांकि पुणे आईएसआईएस केस में वांटेड दो आतंकी रिजवान अब्दुल हाजी अली और अब्दुल्लाह फयाज शेख अब भी फरार चल रहे हैं।
अधिकारियों ने कहा कि शाहनवाज से फिलहाल आतंकी मॉड्यूल में उसकी सटीक भूमिका और उसके सरगना के बारे में पूछताछ की जा रही है। एक अधिकारी ने कहा, “हम पूछताछ के दौरान प्राप्त जानकारी के आधार पर हिरासत में लिए गए अन्य लोगों को औपचारिक रूप से गिरफ्तार करेंगे।”
एनआईए के अनुसार, मामले के आरोपियों ने पुणे में बम कार्यशालाएं संचालित कीं, जिसके लिए उन्होंने कथित तौर पर एक डेमो आईईडी बनाया और एक “नियंत्रित विस्फोट” किया। कथित तौर पर जंगलों और अन्य स्थानों पर ‘बम परीक्षण’ भी किए गए।