प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुनावी राज्य तेलंगाना के दौरे पर हैं। पीएम मोदी तेलंगाना के महबूबनगर जिले में पहुंचे हैं, और यहां पर उन्होंने दो बड़ी घोषणाएं की। पीएम मोदी ने तेलंगाना में राष्ट्रीय हल्दी बोर्ड के गठन की घोषणा की। साथ ही उन्होंने सेंट्रल ट्राइबल यूनिवर्सिटी का भी ऐलान किया। राष्ट्रीय हल्दी बोर्ड हल्दी की खेती से जुड़ा हुआ है और तेलंगाना में बड़े पैमाने पर हल्दी की खेती होती है। पीएम मोदी ने अपने भाषण में कहा कि किसानों के कल्याण और जरूरत को ध्यान में रखते हुए राष्ट्रीय हल्दी बोर्ड की घोषणा की जा रही है।
पीएम मोदी ने जनसभा को संबोधित करते हुए तेलंगाना की केसीआर सरकार पर जमकर निशाना साधा। पीएम मोदी ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, “तेलंगाना सरकार ‘कार’ की है, लेकिन उसका स्टेयरिंग किसी और के पास है। आप भी जानते हैं कि तेलंगाना सरकार को कौन चला रहा है। तेलंगाना की प्रगति को दो फैमिली रन पार्टियों ने रोककर रखा है। इन दोनों ही पार्टियों की पहचान करप्शन और कमीशन से है।इन दोनों पार्टियों का एक ही फॉर्मूला है, परिवार की पार्टी, परिवार द्वारा और परिवार के लिए।”
पीएम मोदी ने कहा, “केंद्र सरकार ने मुलुगु जिले में एक केंद्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय स्थापित करने का निर्णय लिया है। इस विश्वविद्यालय का नाम पूज्य देवी सम्मक्का सरक्का के नाम पर रखा जाएगा। सम्मक्का सरक्का सेंट्रल ट्राइबल यूनिवर्सिटी की स्थापना पर करीब 900 करोड़ रुपये खर्च होंगे। यदि तेलंगाना की भ्रष्ट सरकार ने इसमें रुचि ली होती तो यह केंद्रीय विश्वविद्यालय वर्षों पहले बन गया होता। दुर्भाग्य से उन्होंने विश्वविद्यालय के लिए भूमि आवंटित करने के निर्णय को पांच साल के लिए टाल दिया। इससे साबित होता है कि राज्य सरकार को आदिवासियों के हितों और गौरव की कोई परवाह नहीं है।”
पीएम मोदी ने आगे कहा, “भारत हल्दी का सबसे बड़ा उत्पादक, उपभोक्ता और निर्यातक है। हल्दी जैसे सुनहरे मसाले के लिए कोई बोर्ड नहीं था। भाजपा सरकार ने राष्ट्रीय हल्दी बोर्ड बनाने का फैसला किया है। इससे तेलंगाना के किसानों को काफी फायदा होगा।”
पीएम मोदी ने तेलंगाना के विकास की चर्चा करते हुए कहा, “तेलंगाना जैसे ज़मीन से घिरे राज्य के लिए रेल और सड़क संपर्क परियोजनाएँ बहुत महत्वपूर्ण हैं ताकि यहां निर्मित उत्पादों को तटीय क्षेत्रों तक पहुँचाया जा सके और निर्यात को बढ़ावा दिया जा सके। मैं चाहूंगा कि तेलंगाना के लोग दुनिया के बाजारों पर कब्ज़ा कर लें और इसलिए कई महत्वपूर्ण आर्थिक गलियारे तेलंगाना से होकर गुजरते हैं।”