रूस के आक्रमण से निपटने के लिए यूक्रेन ने एक डिफेंस इंडस्ट्री फोरम की मेजबानी की। हथियारों की आपूर्ति पर विदेशी निर्भरता को कम करने और देश के भीतर हथियारों के उत्पादन को बढ़ाने की मंशा के तहत तमाम कंपनियों को कीव आने का न्यौता दिया गया था। पहले यूक्रेन का सारा जोर हथियारों की डिलीवरी, क्षतिग्रस्त उपकरणों की मरम्मत और यूक्रेनी सैनिकों के सैन्य प्रशिक्षण पर था। लेकिन अब वो हथियारों का निर्माण खुद करने की दिशा में काम कर रहा है। इसके तहत ही डिफेंस इंडस्ट्री फोरम का आयोजन राजधानी कीव में किया गया।
राष्ट्रपति व्लादिमिर जेलेंस्की ने फोरम के उद्घाटन पर कहा कि 30 से अधिक देशों की लगभग 250 रक्षा कंपनियां शुक्रवार को कीव में एकत्रित हुई थीं। इस कार्यक्रम में कई देशों के रक्षा मंत्री और प्रतिनिधि भी शामिल हुए। उनका कहना था कि हमारी कोशिश है कि खुद से हथियार बनाए जाए।
जेलेंस्की ने अपनी वाशिंगटन यात्रा का जिक्र कर किया। उन्होंने कहा कि जो बाइडन के साथ मीटिंग के दौरान एक नए सिस्टम की स्थापना पर सहमति बनी थी। इससे यूक्रेन मजबूत होगा। जेलेंस्की के चीफ ऑफ स्टाफ एंड्री यरमक ने कहा कि अमेरिका के प्रतिनिधियों के साथ जल्द ही बैठक होगी।
फोरम के दौरान जेलेंस्की ने रक्षा उद्योग गठबंधन के निर्माण की घोषणा की। उनका कहना था कि 13 रक्षा कंपनियों ने पहले ही घोषणापत्र पर हस्ताक्षर कर दिए हैं। जेलेंस्की ने कहा कि एक उद्योग परिसर विकसित करने के लिए यूक्रेन एक विशेष कोष स्थापित करेगा। इसे राज्य रक्षा संसाधनों के लाभांश और जब्त रूसी संपत्तियों की बिक्री से होने वाले मुनाफे से चलाया जाएगा।
विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने कहा कि हथियारों के संयुक्त उत्पादन को लेकर पहली बातचीत पिछले साल शुरू हुई थी। सबसे पहले हम यूक्रेन के भीतर मरम्मत के बारे में बात कर रहे थे और फिर संयुक्त उत्पादन के बारे में। कुलेबा ने कहा कि जिस तरह हमें पश्चिमी हथियारों से फायदा हुआ है, उसी तरह पश्चिमी हथियार निर्माताओं को भी अपने मॉडलों को बेहतर बनाने में मदद मिलती है।