अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण कार्य जारी है। कहा जा रहा है कि राम मंदिर का उद्घघाटन पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा जनवरी के अंत में किया जा सकता है। इसी बीच बीजेपी के विपक्षी खेमे से भी एक बड़ी खबर आ रही है। सुगबुगाहट है कि कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष और वायनाड के राहुल गांधी अपनी भारत जोड़ो यात्रा 2.0 का आगाज अयोध्या से कर सकते हैं। टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि इसकी संभावनाएं तलाशी जा रही हैं। इस बात की अटकलें इसलिए भी जोरों पर हैं क्योंकि राहुल गांधी की चीफ एडवाइजर और राजीव गांधी फाउंडेशन के चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर ने रामनगरी का कुछ ही दिनों पहले दौरा किया था।
राहुल गांधी की भारत जोड़ो के बाद अब लोकसभा चुनाव से ठीक पहले यात्रा के दूसरे दौर को लेकर अलग-अलग कयास लगाए जा रहे हैं, जिसका ऐलान पार्टी पहले ही कर चुकी है। सूत्रों की मानें तो राहुल गांधी पहले रामलला की पूजा-अर्चना कर सकते हैं, हालांकि जिम्मेदार पदों पर बैठे नेताओं ने इस मुद्दे पर चुप्पी साध रखी है।
सूत्रों की मानें तो विजय महाजन ने रामजन्मभूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येन्द्र दास से रामघाट स्थित उनके सत्यधाम आश्रम में मुलाकात की थी। बैठक के दौरान महाजन के साथ राहुल गांधी की कोर टीम के कई महत्वपूर्ण सदस्य भी थे। जहां कांग्रेस नेतृत्व के लिए संत से मार्गदर्शन मांगा गया। एक अंदरूनी सूत्र ने कहा, “धार्मिक नेता ने कथित तौर पर महाजन को कांग्रेस में शीर्ष स्तर पर सामूहिक नेतृत्व विकसित करने और राम मंदिर और सनातन संस्कृति के प्रति नकारात्मक रवैये से बचने की सलाह दी है।”
इसके बाद चर्चाओं का दौर बढ़ गया है कि राहुल गांधी जल्द ही अयोध्या आएंगे और मंदिर का दर्शन करेंगे। विजय महाजन ने जानकी घाट बड़ा स्थान के महंत जन्मेजय शरण और हनुमान गढ़ी से जुड़े महंत मणिरामदास से भी मुलाकात की है। विजय महाजन ने मीडियाकर्मियों से कहा कि उनका दौरा पूरी तरह से व्यक्तिगत था, राजनीतिक नहीं। राहुल गांधी के अयोध्या आने की संभावना पर विजय महाजन ने कहा ,“राहुल ही नहीं, किसी को भी अयोध्या आने, राम लला और बजरंगबली के दरबार में प्रार्थना करने और पवित्र सरयू की पूजा करने का अधिकार है।”