मणिपुर में हालात एक बार फिर बिगड़ गए हैं। राज्य में इंटरनेट से पाबंदी हटाए जाने के बाद दो लापता युवाओं की तस्वीरें सामने आई थीं। इन दोनों के शव बरामद हुए थे। इसके बाद इलाके में एक बार फिर तनाव बढ़ गया। अब मणिपुर सरकार ने 19 थाना क्षेत्रों को छोड़कर पूरे राज्य को अशांत क्षेत्र घोषित कर दिया है। पूरे राज्य में इंटरनेट पर भी पाबंदी लगा दी गई है।
बता दें कि इंफाल निवासी 17 वर्षीय हिजाम लिनथोइंगामी और 20 वर्षीय फिजाम हेमजीत (20) इस साल 6 जुलाई को लापता हो गए थे। सोमवार को दो तस्वीरें सामने आईं। इससे इन दोनों युवाओं की मौत की पुष्टि हो गई। इसके बाद तनाव फिर बढ़ गया। एक तस्वीर में दोनों बाहर एक-दूसरे के बगल में बैठे दिख रहे हैं, जबकि उनके पीछे दो आदमी हथियार लेकर खड़े नजर आ रहे हैं। दूसरे में कथित तौर पर उनके शरीर एक-दूसरे के बगल में जमीन पर गिरे हुए दिख रहे हैं, जबकि हेमजीत का सिर गायब है। जैसे ही यह तस्वीरें सामने आई, घाटी के इलाकों में मैतई लोगों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया।
लापता हुए दोनों छात्र एक-दूसरे के घर के पास ही रहते थे। लिनथोइंगामी तेरा टोंगब्रम लीकाई नामक इलाके में रहता था जबकि हेमजीत तकयेल कोलोम लीकाई का निवासी था। लिनथोइंगामी के परिवार द्वारा पुलिस को दिए गए बयानों के अनुसार वह हर सुबह कीशमपत मुतुम लीकाई में एक कोचिंग सेंटर में ट्यूशन कक्षाओं में पढ़ने जाते थे। हालांकि 6 जुलाई को वह सुबह 8.30 बजे के समय तक वापस नहीं लौटे। जब उसके पिता हिजाम कुलजीत सिंह ने उसे फोन करने की कोशिश की, तो उसने कहा कि वह घर आ रही है, लेकिन कुछ मिनट बाद उसका फोन बंद हो गया। जब इलाके के सीसीटीवी फुटेज से पता चला कि वह हेमजीत के साथ उसकी मोटरसाइकिल पर निकले तो परिवार ने उसके खिलाफ अपहरण करने की पुलिस शिकायत दर्ज कराई। 8 जुलाई को हेमजीत के खिलाफ इंफाल पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज की गई थी।