भारत-कनाडा के बीच जारी विवाद को लेकर श्रीलंका और बांग्लादेश की ओर से भारत के पक्ष में बयान सामने आए हैं। श्रीलंकाई उच्चायुक्त मिलिंडा मोरागोडा ने कहा है कि कनाडा के आरोपों पर भारत की प्रतिक्रिया बहुत सधी हुई रही है और कोलंबो इस मामले पर नई दिल्ली का समर्थन करता है। खालिस्तान के मुद्दे पर भारत और कनाडा के बीच इन दिनों काफी तनाव देखा गया है। इसका एक बड़ा उदाहरण कनाडाई पीएम जस्टिन ट्रूडो का वो बयान भी है जिसमें उन्होंने खालिस्तानी लीडर हरदीप सिंह निज्जर की हत्या को लेकर भारत पर आरोप लगाए थे।
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए भारत में निवर्तमान श्रीलंकाई उच्चायुक्त मिलिंडा मोरागोडा ने कहा कि श्रीलंका के लोगों को आतंकवाद के कारण नुकसान उठाना पड़ा है और उनका देश आतंकवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस रखता है। भारत के खिलाफ कनाडा के आरोपों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि भारत की प्रतिक्रिया असमान रही है और दृढ़ और सीधी भी है। और मुझे लगता है कि जहां तक हमारा सवाल है, हम उस पर भारत का समर्थन करते हैं।”
श्रीलंका के विदेश मंत्री अली साबरी ने भी सोमवार को भारत-कनाडा राजनयिक विवाद पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि आतंकवादियों को कनाडा में सुरक्षित पनाहगाह मिल गई है और उनके प्रधान मंत्री जस्टिन ट्रूडो बिना किसी सबूत के अपमानजनक आरोप लेकर आए हैं।
एएनआई से विशेष रूप से बात करते हुए साबरी ने कहा कि वह कनाडाई पीएम की बातों से सरप्राइज़ नहीं है क्योंकि जस्टिन ट्रूडो की यही आदत है।
भारत-कनाडा तनाव पर बांग्लादेश ने भारत को एक मजबूत बताते हुए कहा है कि भारत पर हमें गर्व है। बांग्लादेश के विदेश मंत्री एके अब्दुल मोमेन ने कहा कि भारत अपरिपक्व बातें नहीं करता और भारत के समर्थन मे हैं।
18 सितंबर को जस्टिन ट्रूडो ने कनाडा में खालिस्तान टाइगर फोर्स के प्रमुख हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के मामले में भारत की संलिप्तता का आरोप लगाए थे जिसके बाद भारत और कनाडा के बीच संबंध तनावपूर्ण हो गए हैं। हरदीप सिंह निज्जर को 2020 में भारत ने आतंकवादी घोषित कर दिया था। भारत ने कनाडाई पीएम के आरोपों को खारिज कर दिया था और सख्त शब्दों के साथ जवाब दिया था।