कोरोना को लेकर पूरी दुनिया अब निश्चिंत हो चुकी है, सभी को लग रहा है कि ये महामारी खत्म हो चली है और अब इसकी वापसी नहीं होने वाली। विश्व स्वास्थ्य संगठन भी महामारी के अंत की घोषणा कई महीने पहले ही कर चुका है। ऐसे में हर तरह राहत का माहौल है और लोग फिर बेखौफ होकर जीने लगे हैं। लेकिन इस माहौल में तनाव घोलने का काम चीन ने कर दिया है।
चीन की वुहान लैब में काम करने वालीं वैज्ञानिक शी झेंगली (Xi Zhengli) ने एक खतरनाक और चिंताजनक दावा कर दिया है। उनके मुताबिक कोरोना की एक और भयंकर लहर दुनिया में अपनी दस्कत दे सकती है। ये इतनी खतरनाक साबित हो सकती है इससे लाखों लोगों की जान चली जाए। असल में शी झेंगली ने एक स्टडी की है, उसके आधार पर ही उनका कहना है कि कोविड की एक और लहर आने की पूरी संभावना है। ये अलग बात है कि वो लहर कब तक आएगी, इसका अंदाजा उन्हें भी नहीं है।
जो स्टडी की गई है, उसके मुताबिक 40 से ज्यादा कोरोना प्रजातियों का अध्ययन किया गया है। पता ये चला है कि उनमें कई ऐसी प्रजातियां अभी भी मौजूद हैं जो काफी संक्रामक हैं और उनका जोखिम भी पहले की तुलना में ज्यादा रहने वाला है। इंसानों के साथ-साथ जानवरों को भी अपना शिकार बनाने का पूरा दम ये प्रजातियां रखती हैं। अब इस स्टडी को इस वजह से नजरअंदाज नहीं किया जा सकता क्योंकि शी झेंगली कोई छोटी-मोटी वैज्ञानिक नहीं हैं, बल्कि उनकी तरफ से कोरोना काल के दौरान कई बड़े खुलासे किए गए।
कोरोना काल के दौरान एक बात खूब जोर पकड़ा था कि चमकादड़ से ही कोरोना फैला और पूरी दुनिया में करोड़ों लोगों की जान चली गई। अब उन दावों को लेकर वैज्ञानिकों में अलग-अलग तरह की बहस चलती रही, लेकिन शी झेंगली ने उस दिशा में एक तगड़ी रिसर्च की थी। उस रिसर्च के बाद ही उन्होंने कहा था कि चमकादड़ के जरिए ही कोरोना फैला होगा। उस वजह से चीन में उन्हें हर कोई बैटवुमन के नाम से भी जानता है।
वैसे पिछले महीने ही कोरोना का एक नया वैरिएंट सामने आया था। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के आंकड़ों से पता चला था कि दुनिया भर में कोविड-19 मामलों में 80 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। नए वैरिएंट को EG.5 या ‘एरिस’ का नाम दिया गया। यह XBB.1.9.2 नामक ओमिक्रॉन सबवेरिएंट से संबंधित है और विश्व स्तर पर ये बढ़ रहा है। इससे यूके, चीन और अमेरिका सहित अन्य देश प्रभावित हैं।