कर्नाटक सरकार के तमिलनाडु के लिए कावेरी नदी से जल छोड़ने के फैसले को लेकर किसानों द्वारा विरोध प्रदर्शन लगातार जारी है। कई किसान समर्थक और कन्नड़ समर्थक संगठनों ने 26 सितंबर को ‘बेंगलुरु बंद’ का ऐलान किया है।
कई स्थानीय परिवहन संगठन आंदोलन के साथ एकजुटता में शामिल हो गए हैं। सीडब्ल्यूआरसी ने 12 सितंबर को दिए अपने आदेश में कर्नाटक को अगले 15 दिन तक तमिलनाडु को हर दिन 5,000 क्यूसेक पानी देने का निर्देश दिया था।
बेंगलुरु बंद का ऐलान सबसे पहले कर्नाटक जल संरक्षण समिति के अध्यक्ष कुरुबुर शांताकुमार ने किया था, जिन्होंने 26 सितंबर (मंगलवार) को कावेरी मुद्दे पर यह घोषणा की थी। इसके साथ ही पूर्व विधायक और कन्नड़ समर्थक कार्यकर्ता वटल नागराज ने कर्नाटक में राज्यव्यापी हड़ताल की तारीख पर चर्चा करने के लिए शहर में विभिन्न संगठनों की एक बैठक बुलाई।
इस दौरान शहर में अस्पताल, नर्सिंग होम, फार्मेसी,सरकारी कार्यालय, बैंक और मेट्रो खुली रहेगी। वाणिज्यिक प्रतिष्ठान, मॉल, उद्योग,ऑनलाइन टेक्सी, कैब, बाइक सेवाएं, ऑटोरिक्शा, निजी परिवहन स्ट्रीट वेंडर, होटल, रेस्तरां थिएटर, मल्टीप्लेक्स सभी बंद रहेंगे।
इससे पहले तारीख को लेकर कन्फ़्यूजन खड़ा हो गया था। बाद में दोनों नेताओं ने मुलाकात कर 25 सितंबर को अंतिम घोषणा करने का फैसला किया। हालांकि शांताकुमार ने कहा कि वह 26 सितंबर को बुलाए गए बंद को वापस नहीं लेंगे।
शांताकुमार ने स्कूलों, कॉलेजों, आईटी कंपनियों और फिल्म चैंबर से बंद के समर्थन में छुट्टी घोषित करने की अपील की है। उन्होंने आगे मांग की है कि राज्य सरकार एक विशेष विधानसभा सत्र बुलाए और इसपर चर्चा करे। 26 सितंबर को सुबह 11 बजे टाउन हॉल से मैसूरु बैंक सर्कल तक एक विरोध मार्च निर्धारित है। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी ने भी बंद को अपना समर्थन दिया है। परिवहन विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि बेंगलुरु मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (बीएमआरसीएल) नम्मा मेट्रो सेवाओं को जारी रखने की योजना बना रही है।