प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ की 105वीं कड़ी में रविवार को कहा कि हाल ही में देश में सफल जी20 के आयोजन में भारतीय युवाओं ने जिस तरह का उत्साह दिखाया है, वह एक उज्जवल भविष्य का संकेत है। उन्होंने कहा कि इसकी विशेष चर्चा करना बहुत जरूरी है।
पीएम मोदी ने कहा कि देश के अलग-अलग विश्वविद्यालयों में सालभर तक जी20 से जुड़े कार्यक्रम हुए। उन्होंने जानकारी दी कि दो दिन बाद दिल्ली में एक और कार्यक्रम होने जा रहा है, जिसका नाम ‘जी20 यूनिवर्सिटी कनेक्ट प्रोग्राम’ है। इसमें देशभर के विश्वविद्यालयों के लाखों छात्र-छात्राएं एक-दूसरे से जुड़ेंगे। इसमें आईआईटी, आईआईएम, एनआईटी और मेडिकल कॉलेज समेत कई प्रतिष्ठित संस्थानों के छात्र-छात्राएं शामिल होंगे।
प्रधानमंत्री ने युवाओं का आह्वान किया कि 26 सितंबर को होने जा रहे इस कार्यक्रम को न सिर्फ वे देखें, बल्कि इससे जुड़े भी। उन्होंने कहा कि भारतीय युवाओं के भविष्य को लेकर इस कार्यक्रम में बहुत सारी दिलचस्प बातें होने वाली हैं। वे स्वयं भी कार्यक्रम में शामिल होएंगे। पीएम मोदी बोले कि उन्हें इसके जरिये विश्वविद्यालयों और कॉलेजों के छात्र-छात्राओं से मिलने और बातचीत का इंतजार है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में हैदराबाद के एक पुस्तकालय का जिक्र करते हुए कहा कि चुनौतियों से जूझने में एक बच्ची किस तरह प्रेरणा का स्रोत बन सकती है, वह यहां से सीखा जा सकता है। उन्होंने बताया कि सातवीं कक्षा की बिटिया ‘आकर्षणा सतीश’ ने सिर्फ 11 साल की है, लेकिन उसने कमाल का काम किया है। उन्होंने बताया कि दो साल पहले वह एक कैंसर अस्पताल गई थी। वहां से उसको एक अनूठी प्रेरणा मिली और वह एक नहीं सात-सात पुस्तकालय चलाना शुरू कर दी है। बच्ची ने पुस्तकालय के जरिए कुछ बेहतर करने की प्रेरणा दी। वे बोले कि छोटी से उम्र में इतना बड़ा काम सचमुच कमाल की है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि भारत ने जी20 शिखर सम्मेलन में अफ्रीकी संघ को इस समूह का पूर्ण सदस्य बनाकर अपने नेतृत्व का लोहा मनवाया है। जी20 में ‘भारत-पश्चिम एशिया-यूरोप आर्थिक गलियारा’ बनाए जाने के भारत के सुझाव का भी उल्लेख किया और कहा कि आने वाले सैकड़ों वर्षों तक यह विश्व व्यापार का आधार बनेगा और इतिहास इस बात को हमेशा याद रखेगा कि इसका सूत्रपात भारत की धरती पर हुआ।
पीएम मोदी बोले- उन्हें चंद्रयान-3 की सफलता और राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में जी20 के सफल आयोजन के बारे में देश के हर हिस्से और समाज के हर वर्ग व उम्र के लोगों के ‘अनगिनत’ पत्र मिले। उन्होंने कहा, ‘‘जब चंद्रयान-3 का लैंडर चंद्रमा पर उतरने वाला था, तब करोड़ों लोग अलग-अलग माध्यमों से इस घटना के पल-पल के साक्षी बनें। इसरो (भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन) के यू-ट्यूब चैनल पर 80 लाख से ज्यादा लोगों ने इस घटना को देखा। यह अपने आप में एक रिकॉर्ड है।
इससे पता चलता है कि चंद्रयान-3 से करोड़ों भारतीयों का कितना गहरा लगाव है।’’ उन्होंने चंद्रयान-3 की सफलता पर सरकार की ओर से आयोजित ‘क्विज’ (प्रश्नोत्तरी) प्रतियोगिता का भी जिक्र किया और देशवासियों से इससे जुड़ने की अपील की। प्रधानमंत्री ने कहा कि चंद्रयान-3 की सफलता के बाद जी20 के सफल आयोजन ने हर भारतीय की खुशी को दोगुना कर दिया और आयोजन स्थल ‘भारत मंडपम’ तो अपने आप में एक ‘सेलिब्रिटी’ की तरह हो गया है जहां लोग जा रहे हैं, सेल्फी खींच रहे हैं और गर्व से उसे सोशल मीडिया मंचों पर साझा भी कर रहे हैं।