शिवसेना (UBT) सांसद संजय राउत ने रविवार को नए संसद भवन को लेकर प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) की आलोचना की। उन्होंने दावा किया कि इसे एक ज्योतिषी से परामर्श करने के बाद बनाया गया था, जिसने कहा था कि कोई भी पार्टी 10 साल से अधिक समय तक सत्ता में नहीं रह सकती है।
संजय राउत ने शिवसेना के मुखपत्र सामना में प्रकाशित अपने साप्ताहिक कॉलम ‘Rokhthok’ में कहा, “दिल्ली में सरकार अंधविश्वासों और अंधभक्तों से घिरी हुई है। देश को चलाने वालों के दिमाग पर अंधविश्वास, ग्रहों और कुंडली का प्रभाव है। 10 साल बाद वर्तमान संसद भवन आपके लिए शुभ नहीं रहेगा। वहां 10 साल के बाद कोई सत्ता में नहीं रह सके, इसलिए नए संसद भवन का निर्माण कराया गया। यह ज्योतिषी की सलाह थी और फिर नए संसद भवन का निर्माण किया गया।
संजय राउत ने कहा, “ज्योतिषियों ने यह भी सलाह दी थी कि नई इमारत गोमुखी होनी चाहिए। उसी के अनुरूप नये भवन का निर्माण किया गया। एक तरफ हमारे वैज्ञानिक चंद्रमा पर पहुंच गए हैं और उसी देश के नेता सत्ता खोने के डर से नई संसद भवन का निर्माण करा रहे हैं। दिल्ली में ज्योतिषियों और बाबाओं का राज है। पुराना संसद भवन दिल्ली में शान से खड़ा है और कम से कम 100 साल तक इस इमारत को कुछ नहीं होगा। लेकिन प्रधानमंत्री मोदी के मन में कुछ आया और उन्होंने ने इस ऐतिहासिक इमारत पर ताला लगा दिया।”
नए संसद भवन में अपने अनुभव को साझा करते हुए संजय राउत ने कहा, “जब मैं वहां पहुंचा, तो एक दुविधा थी। नए संसद भवन में लोकसभा और राज्यसभा के लिए एक ही दरवाजा है। यह बिल्कुल एक मल्टीप्लेक्स जैसा था। नए संसद भवन में वह शोभा नहीं है जो पुराने भवन में है।”
संजय राउत ने आगे पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि पुरानी संसद अच्छी स्थिति में है, लेकिन सरकारी खजाने से 20,000 करोड़ रुपये खर्च करके एक नई इमारत का निर्माण किया गया है। उन्होंने कहा, “पुराने संसद भवन का रखरखाव अच्छी तरह से किया गया है, लेकिन उन्होंने सामने एक मंच बनाया है और सरकारी खजाने से 20,000 करोड़ रुपये लूट लिए हैं। पुराना संसद भवन एक प्रेरणादायक और आश्चर्यजनक इमारत है। ऐसी इमारतें जर्जर नहीं होतीं। उन्हें बेकार घोषित करना भारत माता को बूढ़ी कहकर वृद्धाश्रम में डालने जैसा है।”