महेंद्र सिंह मनराल
Khalistan Hardeep Singh Nijjar: खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद कनाडा और भारत के बीच तनाव चरम पर है। कनाडा ने निज्जर की हत्या में भारत का हाथ होने का आरोप लगाया है, लेकिन भारत ने कनाडा के सभी आरोपों को झूठा और निराधार बताया है। हालांकि, इसके बाद कनाडा और भारत के रिश्तों में तल्खी बढ़ती हुई नजर आ रही है। दोनों देशों ने एक-दूसरे के राजनयिक को भी हटा दिया है।
इसी बीच खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर को लेकर एक और बड़ी बात सामने आई है। सूत्रों के मुताबिक, आतंकवादी निज्जर भारत पर आतंकी हमले की साजिश रच रहा था। इसके लिए उसने बाकायदा पाकिस्तान में खतरनाक हथियारों की ट्रेनिंग ली थी। आतंकवादी घोषित करने से छह साल पहले 2014 में भारत ने खालिस्तान टाइगर फोर्स (केटीएफ) प्रमुख हरदीप सिंह निज्जर के खिलाफ एक इंटरपोल रेड कॉर्नर नोटिस (आरसीएन) जारी किया था।
भारतीय एजेंसियों ने कनाडा सरकार को सूचित किया था कि निज्जर ने एक दर्जन से अधिक आपराधिक मामलों का सामना किया है। जिसमें उसकी हत्या समेत अन्य आतंकवादी गतिविधियां शामिल थीं। हालांकि, केंद्रीय खुफिया एजेंसियों के सूत्रों ने बताया कि कनाडा ने उसे “नो-फ्लाई लिस्ट” में डालने के अलावा उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की।
हरदीप सिंह निज्जर की इसी साल जून में हत्या कर दी गई थी। उसकी हत्या के कारण दिल्ली और ओटावा के बीच एक बड़ा राजनयिक विवाद पैदा हो गया था। उसने जाली पासपोर्ट के माध्यम से कनाडा में एंट्री मारी थी।
केंद्रीय खुफिया एजेंसियों द्वारा तैयार किए गए डोजियर के अनुसार, निज्जर 1980 और 1990 के दशक में केसीएफ आतंकवादियों के साथ जुड़ा था और 2012 से वह केटीएफ प्रमुख जगतार सिंह तारा के साथ निकटता बढ़ गई थी।
एक सूत्र ने कहा, आतंकवाद के मामलों में नाम आने के बाद वह 1996 में जाली पासपोर्ट पर कनाडा भाग गया। वहां पहुंचने के बाद उसने ट्रक ड्राइवर के रूप में काम करना शुरू कर दिया और बाद में वह पाकिस्तान स्थित तारा के संपर्क में आया।’
सूत्र ने कहा, ‘अप्रैल 2012 में खुद को बैसाखी जत्था सदस्य के रूप में पेश करते हुए निज्जर ने पाकिस्तान का दौरा भी किया, जहां उसने एक पखवाड़े तक खतरनाक हथियारों और विस्फोटक सामग्री की ट्रेनिंग ली थी। कनाडा लौटने के बाद उसने ड्रग्स और हथियारों की तस्करी में लगे अपने सहयोगियों के माध्यम से आतंकवादी गतिविधियों के लिए धन की व्यवस्था करना शुरू कर दिया था।’
सूत्र ने यह भी बताया कि कनाडा पहुंचने के बाद निज्जर ने तारा के साथ मिलकर भारत में आतंकी हमले की योजना बनाई और कनाडा में एक गिरोह खड़ा किया। उन्हें ब्रिटिश कोलंबिया में हथियारों का प्रशिक्षण दिया गया। 2014 में निज्जर ने हरियाणा के सिरसा में डेरा सच्चा सौदा मुख्यालय पर आतंकी हमले को अंजाम देने की योजना बनाई थी, लेकिन वह भारत नहीं पहुंच सका, क्योंकि उसे वीजा देने से इनकार कर दिया गया था।