अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने व्हाइट हाउस में यूक्रेन के अपने समकक्ष वोलोदिमीर जेलेंस्की की मेजबानी करते हुए युद्धग्रस्त देश को नयी सैन्य सहायता के रूप में 32.5 करोड़ डॉलर देने की घोषणा की। व्हाइट हाउस में दोनों नेताओं के बीच ये छठी व्यक्तिगत मुलाकात है। जबकि इस साल के दौरान जेलेंस्की तीसरी बार व्हाइट हाउस पहुंचे हैं। रूसी हमले के बाद से अमेरिका और पश्चिमी देश यूक्रेन के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं।
बाइडन ने व्हाइट हाउस के ओवल कार्यालय में जेलेंस्की से कहा कि यूक्रेन के लोगों ने बहादुरी दिखाई है। ऐसे में हमारा दायित्व है कि यह सुनिश्चित करने का प्रयास करें कि दुनिया आपके साथ खड़ी हो। यूक्रेन की संप्रभुत्ता की रक्षा करने का अपना संकल्प दोहराते हुए बाइडन ने कहा कि अमेरिका शांति स्थापित करने के यूक्रेन के कूटनीतिक प्रयासों का समर्थन करता रहेगा। उन्होंने कहा कि आज रूस अकेला खड़ा है। वह ईरान और उत्तर कोरिया से और हथियार मांग रहा है। यह संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के उन प्रस्तावों का उल्लंघन करेगा जिसके पक्ष में खुद मॉस्को ने वोट दिया था।
बाइडन ने यूक्रेन को 32.5 करोड़ डॉलर की और अमेरिकी सुरक्षा सहायता देने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि अगले सप्ताह अमेरिका के पहले अब्राम्स टैंक यूक्रेन को दिए जाएंगे। दोनों नेताओं ने यूक्रेन की रक्षा क्षमताओं को मजबूत करने के लिए एक नया समझौता भी किया, जिसके तहत वाशिंगटन अपने लोगों की रक्षा करने के लिए सर्दियों के दौरान कीव को उसके एयर डिफेन्स को मजबूत बनाने में मदद करेगा।
जेलेंस्की ने जवाब में कहा कि हम रूस के आतंक से निपटने के लिए यूक्रेन को अमेरिका द्वारा दी गयी महत्वपूर्ण सहायता की सराहना करते हैं। उन्होंने कहा कि यह एक रणनीतिक फैसला है। यह हमें यूक्रेन और हमारे लोगों के खिलाफ किसी नए आक्रमण से बचाने में मदद करेगा।
अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) जैक सुलिवान ने कहा कि बाइडन और जेलेंस्की के बीच मुलाकात एक महत्वपूर्ण वक्त पर हुई है। उन्होंने कहा कि रूस ने यूक्रेन में पांच शहरों के खिलाफ हवाई हमलों का एक और अभियान शुरू किया है। इन हमलों से उन जगहों को काफी नुकसान पहुंचा है, जो सेना की जद में नहीं आते। हमलों के बाद देश के कई हिस्सों में बिजली गुल हो गयी है। हम यूक्रेन की हर तरह से मदद करेंगे।