Rajasthan Politics: असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार पर हमला बोला। हिमंत बिस्वा ने कहा कि आगामी चुनाव में हिंदू कांग्रेस का सिर कलम कर देंगे। जोधपुर में भाजपा की परिवर्तन संकल्प यात्रा को संबोधित करते हुए असम के मुख्यमंत्री पिछले साल उदयपुर में दर्जी कन्हैयालाल की हत्या का बार-बार जिक्र किया। हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा कि आज राजस्थान को पूरा देश किस नाम से जानता है? यहां हिंदू का सिर तन से जुदा किया जाता है। सरमा ने कहा कि यह भूमि महाराणा प्रताप जैसे बहादुर लोगों का जन्मस्थान है।
सरमा का यह बयान ऐसे वक्त आया जब अशोक गहलोत कैबिनेट ने प्रह्लाद सिंह चुंडावत और शक्ति सिंह चुंडावत को सरकारी नौकरी देने का फैसला किया, जिन्होंने कन्हैयालाल हत्याकांड के मुख्य आरोपी को पकड़ने में मदद की थी।
रैली में बोलते हुए सरमा ने कहा, “यह बहुत दुख की बात है कि राजस्थान में हमारे लोगों का सिर तन जुदा कर दिया जाता है। उन्होंने कहा कि अशोक गहलोत का कहना है कि हम राजस्थान में हिंदुत्व नहीं होने देंगे। अरे भाई आप कौन हैं? राजस्थान में 5,000 साल पहले हिंदुत्व था, आज भी हिंदू हैं और जब तक सूरज और चांद रहेगा तब तक हिंदू रहेंगे। उन्होंने कहा कि अगर हिंदुत्व नहीं, तो क्या यहां बाबर-तंत्र (बाबर का शासन) चलेगा? क्या बाबर यहां राज करेगा? बाबरों को लाने के लिए आप मतदाता सूची में भी हेराफेरी करते हैं। पता नहीं कांग्रेस बाबर से इतना प्यार क्यों करती है।”
हिमंता ने कहा कि अशोक गहलोत कहते हैं राजस्थान में हिंदुत्व को आने नहीं दूंगा, क्या हिंदुत्व तुम्हारा इंतजार करेगा। हर घर में हिंदू है, मैंने हिंदू होकर जन्म लिया और हिंदू होकर मरूंगा। वे सोचते हैं हम डिफेंसिव हो जाएंगे, लेकिन मैं कहता हूं कि राजस्थान आधिकारिक रूप से अगर हिंदुत्व प्रदेश बनता है तो खुशी ही होगी। राजस्थान हिंदुओं की संस्कार भूमि है। यहां हिंदुत्व नहीं होगा तो क्या बाबर-तंत्र चलेगा।
असम ने आगे कहा कि राजस्थान में पेपर लीक करने वालों को फांसी पर लटकाओ। उन्होंने कहा कि अगर अपराधियों को फांसी पर लटकाने का तरीका नहीं जानते तो हमें बुलाना, हम सिखा देंगे। सरमा ने कहा कि बस अब बहुत हो चुका है। कांग्रेस को आप राजस्थान से विदा करो। राजस्थान में भाजपा को लाना है। यह मोदी का चुनाव है, मोदी को तीसरी बार पीएम बनाना है। राजस्थान के चुनाव को आप सेमीफाइनल मान लीजिए। बीजेपी को 160-170 सीटें दिलाइए और मोदीजी को सौ फीसदी सीटें दीजिए। इस दौरान बिस्वा ने यह भी कहा कि उन्हें ठीक से हिंदी बोलना नहीं आता, शायद कभी-कभी कुछ गलती कर जाते हैं।
बता दें, राजस्थान में विधानसभा चुनाव की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। एक तरफ कांग्रेस है, जो अशोक गहलोत की लोकप्रियता और कल्याण तंत्र पर भरोसा कर रही है। दूसरी ओर बीजेपी बिना किसी सीएम चेहरे के चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है, लेकिन जिस राज्य में जीत और हार का अंतर अक्सर बहुत कम होता है।