राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के विधायक रोहित पवार ने बुधवार को कहा कि उन्हें डर है कि भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार महिला आरक्षण विधेयक और ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ को लागू करने का हवाला देते हुए आम चुनाव को 2024 से 2026 तक स्थगित कर देगी। लोकसभा में फिलहाल महिला आरक्षण बिल पर चर्चा जारी है और तमाम सांसद इसपर अपनी बातें रख रहे हैं।
एनसीपी महाराष्ट्र के विधायक और शरद पवार के पौते रोहित पवार ने कहा कि जिस तरह मौजूदा सरकार का हाल है तो यह तय है कि 2024 में भाजपा सरकार सत्ता से बेदखल हो जाएगी। उन्होने कहा, “यह फिरसे सरकार में नहीं आ पाएंगे लेकिन मुझे लगता है कि केंद्र सरकार समय पर चुनाव नहीं होने देगी, महिला आरक्षण विधेयक पेश किया गया है, लेकिन इसे 2026 के बाद ही लागू किया जाएगा। इसलिए भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार महिला आरक्षण विधेयक और ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ का हवाला देते हुए 2026 तक चुनाव स्थगित कर सकती है।”
रोहित पवार ने कहा कि हर कोई महिला आरक्षण विधेयक का स्वागत करता है और महाराष्ट्र ने स्थानीय नगर निकायों के चुनावों में महिलाओं को आरक्षण देने वाला पहला राज्य बनकर इसका बीज बोया है।
रोहित पवार ने बीजेपी पर आरक्षण मुद्दे पर राजनीति करने का आरोप लगाया और कहा, “मराठा, धनगर या लिंगायत के लिए आरक्षण केवल संविधान संशोधन के माध्यम से संभव हो सकता है, लेकिन भाजपा शासित केंद्र ऐसा नहीं करना चाहता है। भाजपा नेता इस बारे में केवल राज्य में बोलते हैं, संसद में नहीं। वे केवल समाज में दरार पैदा कर रहे हैं।”
उन्होंने कहा, “राज्य के 21 जिलों में सूखे जैसी स्थिति है लेकिन सरकार जनता के लिए कुछ नहीं कर रही है,अगर स्थिति बिगड़ती है तो किसान अपने बच्चों की फीस देने में असफल हो जाएंगे। राज्य सरकार एक ‘फ़ोटोशॉप’ सरकार है और केवल अपने प्रचार में व्यस्त है। इसे सूखा घोषित करना चाहिए क्योंकि मानसून में पेयजल आपूर्ति के लिए पानी के टैंकरों का उपयोग किया जा रहा है।”