पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ अक्टूबर महीने में पाकिस्तान लौटेंगे। नवाज शरीफ ने पार्टी नेताओं को संबोधित करते हुए कहा कि चार साल बाद आगामी आम चुनाव में अपनी पार्टी की अगुवाई करने के लिए 21 अक्टूबर को स्वदेश वापसी को लेकर वह रोमांचित हैं। डॉन न्यूज के अनुसार नवाज शरीफ ने यह भी कहा कि यदि पीएमएल-एन की अगुवाई वाली गठबंधन सरकार ने देश को ‘डिफॉल्ट’ होने से नहीं बचाया होता तो फिलहाल पेट्रोल की जो कीमत 330 रुपये प्रति लीटर है वह 1000 रुपये प्रति लीटर होती।
बता दें कि दहाई अंक में इन्फ्लेशन के पहुंच जाने के बीच पाकिस्तान की कार्यवाहक सरकार ने पिछले सप्ताह पेट्रोल और डीजल के दाम में फिर वृद्धि की थी और उसे 330 रुपये लीटर कर दिया। इसके बाद लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया और इसे कानूनी चुनौती भी दी गयी। नवाज शरीफ ने मरियम नवाज, हमजा शहबाज, एहसान इकबाल, परवेज राशिद, खुर्रम दस्तगीर, मरियम औरंगजेब, आजमा बोखारी और राणा सनाउल्लाह समेत वरिष्ठ पीएमएल-एन नेताओं से कहा कि वह देश वापसी को लेकर ‘रोमांचित एवं खुश’ हैं।
नवाज शरीफ ने कहा कि लोगों को पता होना चाहिए कि उनके दुख-दर्द का असली गुनाहगार कौन हैं। शरीफ ने अपने भावुक संबोधन में कहा कि जिस व्यक्ति (नवाज) ने देश को बिजली की कटौती से मुक्ति दिलायी उसे चार न्यायाधीशों ने घर भेज दिया। उन्होंने कहा कि सत्ता से उनकी बेदखली के पीछे पूर्व सेना प्रमुख (सेवानिवृत) कमर जावेद बाजवा और इंटर सर्विसेज इंटेलीजेंस के पूर्व प्रमुख (सेवानिवृत) फैज हामिद थे।
शरीफ ने आगे कहा , “(पूर्व)प्रधान न्यायाधीश साकिब निसार और आसिफ सईद खोसा (पूर्व सेना प्रमुख और उनके खुफिया प्रमख) के हाथों के औजार थे। उनका गुनाह हत्या के अपराध से अधिक बड़ा है। उन्हें माफ कर देना राष्ट्र के साथ नाइंसाफी होगी। वे क्षमा के हकदार नहीं हैं। पाकिस्तान के लोगों पर आर्थिक मुसीबतों का पहाड़ ढहा देने वाले इन किरदारों को जवाबदेही का सामना करना ही होगा।”
नवाज शरीफ ने आगे कहा कि देश में सभी को पता है कि उन्हें गिराने में कौन से लोग शामिल हैं। उन्होंने फिर सवाल किया कि इन लोगों को क्यों नहीं जवाबदेह ठहराया गया? उन्होंने कहा कि आज गरीबों को रोटी के लाले पड़ रहे हैं। किन लोगों ने देश को इस स्थिति में पहुंचाया?