छत्तीसगढ़ में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होना है। राज्य की भूपेश बघेल सरकार का दावा है कि वो लगातार दूसरी बार चुनाव जीतने जा रही है। सोमवार को छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने जनसत्ता डॉट कॉम के कार्यक्रम मंथन 2023 में शिरकत की। इस कार्यक्रम में उन्होंने जनसत्ता डॉट कॉम के संपादक विजय झा के सवालों का जवाब दिया।
कार्यक्रम में जब सीएम भूपेश बघेल से बजरंग दल को लेकर उनका रुख पूछा गया तो उन्होंने कहा कि बजरंग बली को बच्चे इसलिए याद करते हैं क्योंकि वो बलशाली बनना चाहते हैं। जो भक्त हैं, वो याद करते हैं क्योंकि हनुमान जी से बड़ा कोई भक्त नहीं। जो ज्ञानी-ध्यानी हैं, वो हनुमान जी को इसलिए मानते हैं क्योंकि उनसे बड़ा कोई ज्ञानी-ध्यानी नहीं… लेकिन ये जो बजरंगी हैं, वो बजरंगबली से अलग हैं। इनका काम सिर्फ मारना, पीटना और लूटना ही काम है। बजरंगबली अलग हैं, बजरंग दल अलग है।
इस दौरान जब उनके पूछा गया कि क्या बजरंग दल को बैन करने की जरूरत नहीं है तो उन्होंने कहा, “बिलकुल नहीं है।”
कांग्रेस द्वारा सॉफ्ट हिंदुत्व की पॉलिसी अपनाने के सवाल पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बीजेपी पर प्रहार करते हुए कहा कि इनके राम वोट दिलाने के लिए हो सकते हैं, इनके राम नोट दिलाने के लिए हो सकते हैं, हमारे राम वनवासी राम है, हमारे राम सबरी के राम हैं, हमारे राम मेहनतकश लोगों के राम हैं, हमारे राम कौशल्या के राम हैं।
जनसत्ता मंथन में जब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से सरकार बनने के बाद उनकी सबसे बड़ी चुनौतियों से जुड़ा सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि ये सवाल छत्तीसगढ़ बनने से पहले का सवाल है। छत्तीसगढ़ बनने के बाद भी ये सवाल जस के तस है। ये प्रदेश किसानों का प्रदेश है, उनकी जो समस्या है, उसकी तरफ कोई पहल नहीं की गई। देखते-देखते 18 साल बीत गए, लोगों को लगा कि हम तो एमपी में ही ठीक थे। हमारी समस्याएं तो जस की तस हैं। हमने उनके सवालों के जवाब देने की कोशिश की। हमने किसानों को उनके पैरों पर खड़ा करने की कोशिश की। इसमें ऋण माफी से लेकर सस्ती बिजली उपलब्ध करवाना और सिंचाई कर माफ करना शामिल है।
उन्होंने कहा कि आज के समय में खेती भी घाटे का सौदा, गौपालन भी घाटे सा सौदा, इसे फायदे में बदलने के लिए हम गौधन न्याय योजना लागू की। इससे छत्तीसगढ़ की आम जनता की आय में वृद्धि से बड़ा बदलाव हुआ। उन्होंने बताया कि उनकी सरकार ने शिक्षा है, स्वास्थ्य और रोजगार व संस्कृति विषयों पर भी काम किया है।
सीएम ने कहा कि इस सवाल का हल नहीं खोजने की वजह से ही नक्सलवाद पनपा। हमने किसानों के लिए काम तो किया ही, उनका लोन माफ किया ही, उपज की व्यवस्था की ही, उसके साथ ही लोहंडीगुड़ा में जो जमीन खरीदी थी उद्योग लगाने के लिए, 5 साल से अधिक बीत गए थे, हमने आदिवासी को जमीन वापस करने का फैसला किया। लोग आश्चर्य चकित थे कि सरकार हमारे बारे में इतना भी सोचती है। हमने वन संसाधन अधिकार दिया। अब तेंदुपत्ता ढाई हजार के बजाय चार हजार बोरा के हिसाब से बेचा जाता है। हमने पेसा नियम लागू किया। इसको लेकर हमने भ्रांतियां दूर कीं।
राज्य में स्वास्थ्य व्यवस्थाओं के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि यहां कुपोषण बहुत हैं। इस समस्या को एड्रेस करने का काम हमने किया। हमने मुख्यमंत्री सुपोषण योजना लागू की। उन्होंने कहा कि हमने इजाज की व्यवस्था की। छोटी-छोटी बीमारी में लोगों की मौत हो जाती थी। हमने हाट बाजार योजना शुरू की। लोग अस्पताल नहीं जाते, बाजार जरूर जाते हैं, हमने बाजार में ही पहुंचा दिया। उसमें डॉक्टर भी है, नर्स भी है दवाई भी है, 10 प्रकार की खून की जांच है, सब फ्री में होने लगा। अभी तक 1 करोड़ से ज्यादा लोग इसका लाभ ले चुका है।