तेलंगाना के मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव ने शुक्रवार शाम घोषणा की कि 24 अक्टूबर से मुख्यमंत्री नाश्ता योजना के हिस्से के रूप में सरकारी प्राथमिक और उच्च विद्यालयों में छात्रों के लिए नाश्ता परोसा जाएगा। उन्होंने इसे कक्षा 1 से 10 तक के छात्रों के लिए “दशहरा उपहार” कहा। उन्होंने कहा कि योजना का मुख्य उद्देश्य छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के साथ-साथ पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराना है। इसे लागू करने में आने वाला 400 करोड़ रुपये का अतिरिक्त खर्च सरकार वहन करेगी।
मुख्यमंत्री ने हाल ही में इसी तरह की एक योजना की जांच के लिए आईएएस अधिकारियों की एक टीम को तमिलनाडु भेजा गया था, जिसे वहां सफलतापूर्वक लागू किया जा रहा है। टीम ने सरकार को रिपोर्ट सौंप दी है, हालांकि, केसीआर ने बताया कि तमिलनाडु में इसे केवल प्राथमिक विद्यालय स्तर पर ही लागू किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि जिन छात्रों के माता-पिता को काम के लिए जल्दी निकलना पड़ता है, खासकर किसानों और खेत मजदूरों के बच्चों को पर्याप्त नाश्ता नहीं मिलता है और वे खाली पेट स्कूल जाते हैं। उन्होंने कहा कि इस योजना के साथ सरकार छात्रों को उनकी पढ़ाई पर अधिक ध्यान केंद्रित करने में मदद करने की दिशा में कदम उठा रही है।
शुक्रवार को मुख्यमंत्री ने दशहरा से योजना लागू करने के साथ ही मेन्यू फाइनल करने की प्रक्रिया शुरू करने का निर्देश जारी किया। तेलंगाना के लगभग 43,000 सरकारी स्कूलों में लगभग 30 लाख बच्चे पढ़ते हैं।
उधर, मुख्यमंत्री ने एक बयान में कहा कि पिछले साल एक ही दिन में आठ मेडिकल कॉलेज स्थापित किए गये थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि अगले वर्ष आठ और मेडिकल कॉलेज खोले जायेंगे। उन्होंने कहा, “आठ और कॉलेजों के उद्घाटन के बाद, राज्य हर साल 10,000 डॉक्टर पैदा करेगा।”
केसीआर ने कहा, नए मेडिकल कॉलेजों की स्थापना के साथ, तेलंगाना हर एक लाख आबादी पर 22 मेडिकल सीटों के साथ देश में नंबर 1 स्थान पर होगा। उन्होंने कहा, हैदराबाद में चार TIMS अस्पतालों के निर्माण के बाद, राज्य में 50,000 अस्पताल बिस्तर होंगे, जिनमें से सभी ऑक्सीजन बिस्तर होंगे। उन्होंने याद दिलाया कि नीति आयोग के स्वास्थ्य संकेतकों में राज्य को तीसरा स्थान दिया गया था। यह बताते हुए कि तेलंगाना अब 500 टन ऑक्सीजन का उत्पादन करता है, केसीआर ने कहा कि राज्य के गठन के बाद स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे में काफी सुधार हुआ है।