अमेरिकी कोर्ट ने पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प से गोपनीय दस्तावेजों की समीक्षा के लिए सुरक्षित जगह का इस्तेमाल करने को कहा। कोर्ट ने ये भी कहा कि ट्रम्प और उनकी लीगल टीम इन दस्तावेजों के संबंध में किसी से भी बात नहीं करें। फ्लोरिडा में अपने आवास पर गोपनीय दस्तावेज रखने के मामले में ट्रम्प के खिलाफ केस दर्ज किया गया था। वो फिलहाल इस मामले में अदालत के सामने खुद को निर्दोष साबित करने की कोशिश में हैं।
अमेरिकी जिला न्यायाधीश एलीन कैनन ने एक आदेश जारी करते हुए कहा कि ट्रम्प और उनकी कानूनी टीम इस मामले में अदालत के अलावा किसी अन्य से गोपनीय सूचना साझा नहीं कर सकती। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति के लिए ये आदेश एक तरह से झटका ही माना जा रहा है। मामले से जुड़े लोगों का कहना है कि अदालत का रवैया समय के साथ और ज्यादा सख्त हो सकता है। ट्रम्प इस मामले में घिरते दिख रहे हैं।
जज कैनन ने यह आदेश ट्रम्प और मामले में दो अन्य आरोपियों के वकीलों तथा विशेष वकील जैक स्मिथ की टीम के प्रासीक्यूटर की जिरह सुनने के बाद बुधवार को दिया। ट्रम्प के वकीलों ने अपने मुवक्किल के लिए वैसी ही सुरक्षित जगह बनाने का अधिकार मांगा जैसे उन्हें राष्ट्रपति पद पर रहते हुए गोपनीय दस्तावेजों की समीक्षा के लिए इस्तेमाल करने की अनुमति थी। उसके बाद अमेरिकी कोर्ट ने ये फैसला दिया।
प्रासीक्यूटर ने राष्ट्रपति के आवास मार-ए-लागो में ऐसा सिस्टम स्थापित करने के सुझाव पर कड़ी आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति विशेष तौर तरीकों की मांग कर रहे हैं जो किसी आरोपी को नहीं मिलती। ट्रम्प पर आरोप है कि राष्ट्रपति पद से हटने के बाद वह अपने साथ गोपनीय दस्तावेज ले गए थे। ये दस्तावेज उनके मार-ए-लागो आवास से बरामद किए गए थे। उसके बाद से उनके खिलाफ कानूनी शिकंजा कसता जा रहा है।