जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग से बड़ी खबर है। यहां आतंकियों के खिलाफ चल रही मुठभेड़ में सेना के दो अधिकारी- एक कर्नल और एक मेजर व जम्मू-कश्मीर पुलिस के एक डिप्टी एसपी शहीद हो गए हैं। सेना के दोनों अधिकारी राष्ट्रीय राइफल्स का हिस्सा थे।
अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि कर्नल मनप्रीत सिंह, मेजर आशीष और जम्मू कश्मीर पुलिस के डिप्टी एसपी हुमायूं भट गोलीबारी में गंभीर रूप से घायल हो गए थे और बाद में उनकी मृत्यु हो गई। उन्होंने बताया कि भट की मृत्यु अत्यधिक खून बह जाने के कारण हुई।
J&K | An Indian Army Colonel commanding a Rashtriya Rifles Unit along with a Major have lost their lives in an encounter in Anantnag with terrorists in Kashmir. The officer was commanding 19 RR: Indian Army officials pic.twitter.com/DDTjv89huT
अधिकारियों ने बताया कि गाडोले इलाके में आतंकियों के खिलाफ अभियान मंगलवार शाम को शुरू हुआ था, लेकिन रात में इसे रोक दिया गया था। अधिकारियों ने बताया कि आज सुबह आतंकवादियों की तलाश फिर शुरू की गई जब सूचना मिली कि उन्हें एक ठिकाने पर देखा गया है। सेना के कर्नल अपने दल का नेतृत्व कर थे, जिसने आतंकियों पर हमला बोल दिया। हालांकि, आतंकवादियों ने उन पर गोलीबारी की जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गए।
राजौरी जिले में छिपे हुए आतंकवादियों को बाहर निकालने के लिए सुरक्षा बलों ने बुधवार को अपना घेरा और तलाशी अभियान तेज कर दिया, जिसके बाद ताजा मुठभेड़ शुरू हो गई। यहां सुदूर नारला गांव में मंगलवार को हुई मुठभेड़ में एक संदिग्ध पाकिस्तानी आतंकवादी मारा गया था। गोलीबारी में सेना का एक जवान और सेना की श्वान इकाई की छह वर्षीय मादा लैब्राडोर केंट भी शहीद हो गई थी, जबकि तीन सुरक्षाकर्मी घायल हो गए थे।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (जम्मू जोन) मुकेश सिंह ने कहा कि बुधवार को जब सुरक्षा बलों का आतंकवादियों से आमना सामना हुआ तो ताजा मुठभेड़ शुरू हो गई। उन्होंने बताया कि दोनों पक्षों के बीच गोलीबारी जारी है। अधिकारियों ने कहा कि खराब मौसम के बावजूद सुरक्षा बलों ने राजौरी शहर से 75 किलोमीटर दूर इलाके के चारों ओर पूरी रात मजबूत घेराबंदी की और सुबह आस-पास के इलाकों में तलाशी बढ़ा दी। उन्होंने बताया कि रात में रुक-रुक कर गोलीबारी होती रही लेकिन किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है।
अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षा बलों ने सोमवार को वन क्षेत्र पतराडा इलाके में घेराबंदी और तलाशी अभियान चलाया और दो लोगों की संदिग्ध गतिविधि को देखने के बाद कुछ राउंड गोलीबारी की। दोनों संदिग्ध अंधेरे और घने जंगल की आड़ में भागने में सफल रहे। वे अपने पीछे एक बैग, कुछ कपड़े और अन्य सामान छोड़ गए जिन्हें खोजी दलों ने बरामद कर लिया।