जी20 में भारत की वाहवाही के बाद क्वाड को भी सभी देशों के हितों के लिए और मजबूत किया जा रहा है। क्वाड (QUAD) चार देशों संयुक्त राज्य अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, जापान और भारत का एक समूह है। ये देश इसके उद्देश्यों को बनाए रखने के लिए शिखर सम्मेलनों, चर्चाओं, खुफिया आदान-प्रदान और सैन्य प्रशिक्षण अभ्यासों में सक्रिय रूप से जुटे हैं। हाल ही में अमेरिका के निचले सदन हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव में एक प्रस्ताव लाया गया है। प्रस्ताव विदेश मामलों की समिति के सदस्य और सांसद ग्रेगरी मीक्स ने पेश किया।
अभी कुछ दिन पहले हुए जी20 शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति बाइडेन ने स्वतंत्र, खुले, समावेशी और लचीले इंडो-पैसिफिक का समर्थन करने में क्वाड के महत्व की पुष्टि की है। प्रधान मंत्री मोदी 2024 में भारत द्वारा आयोजित होने वाले अगले क्वाड लीडर्स शिखर सम्मेलन में राष्ट्रपति बाइडेन का स्वागत करने के लिए भी उत्सुकता जताई। भारत ने व्यापार कनेक्टिविटी और समुद्री परिवहन पर इंडो-पैसिफिक महासागर पहल स्तंभ का सह-नेतृत्व करने के अमेरिकी फैसले और जून 2023 में आईपीओआई (IPOI) में शामिल होने के अमेरिकी निर्णय का स्वागत किया।
अमेरिकी सांसद मीक्स ने हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव में कहा कि क्वाड को और मजबूत बनाने के लिए जरूरी है कि इसमें सांसदों को भी जोड़ा जाए। इससे दूसरे देशों के साथ संबंधों में और इजाफा होगा।
प्रस्ताव का मुख्य उद्देश्य चारों सदस्य देशों के बीच एक क्वाड अंतर संसदीय कार्य समूह की स्थापना करना है। सांसद मीक्स ने कहा कि राष्ट्रपति जो बाइडेन ने क्वाड के स्तर को काफी ऊंचा कर दिया है। उन्होंने प्रस्ताव पेश करते हुए क्वाड सहयोग को आगे बढ़ाने के लिए एक व्यापक रणनीति बनाने की मांग की। उन्होंने कहा कि बेहतर होगा कि चारों देशों की विधायिकाओं के बीच संवाद कायम हो तथा अधिकारियों के बीच जुड़ाव और गहरा हो।
मीक्स ने कहा कि क्वाड अंतर-संसदीय कार्य समूह का गठन संयुक्त राज्य अमेरिका और मैक्सिको, कनाडा और यूनाइटेड किंगडम के बीच सफल और लंबे समय से चले आ रहे द्विपक्षीय अंतर-संसदीय समूहों के साथ-साथ अन्य औचपारिक और अनौपचारिक आदान-प्रदान पर आधारित होना चाहिए।