महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे का एक बयान काफी चर्चा में है कि देश में एक बार फिर गोधरा जैसा मामला होगा। विपक्षी गठबंधन INDIA सदस्य उद्धव ठाकरे ने सत्ताधारी भाजपा की मंशा पर शक हुए कहा था कि वह (भाजपा) 2024 के आम चुनाव से पहले गोधरा की तरह कुछ बड़ा करने वाले हैं। जलगांव में दिए भाषण में शिवसेना (उद्धव गुट) प्रमुख ने राम मंदिर निर्माण से जोड़कर यह बात कही। अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर गोधरा कांड था क्या? हम आपको बताते हैं गोधरा की पूरी कहानी।
उद्धव ठाकरे ने कहा कि भाजपा 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले राम मंदिर का उद्घाटन किया जाएगा। उद्धव ठाकरे ने कहा,”आने वाले दिनों में राम मंदिर का उद्घाटन किया जाएगा, संभावना हो सकती है कि उद्घाटन के लिए देशभर से कई हिंदुओं को बुलाया जाएगा और समारोह खत्म होने के बाद लोगों के लौटने पर वे गोधरा कांड जैसा कुछ कर सकते हैं।”
गुजरात के गोधरा कांड को 21 साल बीत चुके हैं। फरवरी 2002 में साबरमती एक्सप्रेस के एक डिब्बे में आग लगाए जाने के बाद 59 कार सेवकों की मौत हो गई थी जिससे देश में सबसे खराब सांप्रदायिक दंगे भड़क उठे। इसकी कहानी यह है कि 27 फरवरी 2002 की सुबह साबरमती एक्सप्रेस के कोच S 6 में आग लगा दी गई और उस कोच में यात्रा कर रहे 59 यात्रियों की जलकर मौत हो गई। ट्रेन तभी गुजरात के गोधरा स्टेशन पर आ चुकी थी।पीड़ितों में 27 महिलाएं और 10 बच्चे शामिल हैं। ट्रेन में सवार अन्य 48 यात्रियों को चोटें आईं।
गुजरात सरकार ने तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में एक जांच आयोग का गठन किया था। आयोग में न्यायमूर्ति जी टी नानावटी और न्यायमूर्ति केजी शाह शामिल थे। आयोग ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि मारे गए 59 लोगों में से ज्यादातर कार सेवक थे जो उत्तर प्रदेश के अयोध्या से लौट रहे थे।
साबरमती एक्सप्रेस ने मुजफ्फरपुर से अपनी यात्रा शुरू की थी और अहमदाबाद जा रही थी। विश्व हिंदू परिषद के आह्वान पर पूर्णाहुति महायज्ञ में शामिल होने गए कम से कम 2,000 कार सेवक अयोध्या से ट्रेन में सवार हुए थे. यह यज्ञ राम मंदिर निर्माण कार्यक्रम का हिस्सा था।
ट्रेन जलाने की घटना के कुछ ही घंटों के भीतर राज्य भर में हिंसक दंगे भड़क उठे। दंगे 2 फरवरी की शाम को भड़के और पूरे राज्य में 2-3 महीने तक जारी रहे। 2005 में केंद्र ने राज्यसभा को सूचित किया कि दंगों में 254 हिंदुओं और 790 मुसलमानों की जान चली गई। कुल 223 लोग लापता बताए गए। हजारों लोग बेघर भी हो गये।