राजधानी दिल्ली में ऐतिहासिक G20 समिट खत्म हो चुकी है। ज्यादातर देशों के प्रमुख अपने मुल्क लौट गए हैं। इस खास समिट के दौरान खास ख्याल सुरक्षा का रखा गया था। अभी तक चर्चा अमेरिकी राष्ट्रपति की सुरक्षा में चूक से जुड़ी सामने आ रही थी लेकिन अब UAE के राष्ट्रपति की सुरक्षा में चूक का भी एक मामला सामने आया है।
दरअसल हुआ यह कि एक शख्स दिल्ली के ताज मानसिंह होटल पहुंच गया और खुद को UAE का अधिकारी बताने लगा। जिसके बाद सुरक्षा अधिकारी खासे सकते में आ गए और उसे पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया गया।
इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक शनिवार शाम जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान एक सऊदी अरब नागरिक उस पांच सितारा होटल में घुस गया, जहां संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान ठहरे हुए थे और लॉबी में उनसे मिलने की कोशिश करते समय सुरक्षा कर्मियों ने उसे रोक दिया। जब पूछताछ की गई तो उसने सुरक्षा कर्मियों को बताया कि उसका भाई सऊदी अरब के अस्पताल में था और वह उसकी मदद लेने के लिए दिल्ली में यूएई क्राउन प्रिंस से मिलने आया है।
एक अधिकारी के मुताबिक शख्स एयरोसिटी के एक प्रमुख होटल में रुका हुआ था। एक अधिकारी ने बताया,“सऊदी अरब के नागरिक ने शनिवार को चेक इन किया, कुछ घंटों के बाद उसने होटल के कर्मचारियों से दिल्ली जाने के लिए कैब उपलब्ध कराने को कहा। उन्होंने उसे एक काली इनोवा क्रिस्टा दी जिस पर दिल्ली पुलिस सुरक्षा इकाई द्वारा जारी किया गया स्टिकर लगा था। ए पहले आईजीआई हवाईअड्डे और फिर होटल गया।”
अधिकारी ने कहा कि दिल्ली-एनसीआर के 16 होटलों को जहां प्रतिनिधि ठहरे हुए थे अपनी निजी कैब पर लगाने के लिए स्टिकर उपलब्ध कराए गए थे। ऐसा यह सुनिश्चित करने के लिए किया गया था कि सुरक्षाकर्मी होटल परिसर में प्रवेश करते और बाहर निकलते समय अन्य मेहमानों को ले जाने वाली कारों की पहचान कर सकें।
एक अन्य अधिकारी ने कहा, “चूंकि इनोवा पर स्टिकर लगा था, इसलिए उसे गेट पर नहीं रोका गया। वह व्यक्ति यूएई क्राउन प्रिंस के लिए लॉबी में इंतजार कर रहा था और उसे रोक दिया गया।” अचानक सुरक्षा में तैनात जवान सकते में आ गए इसके बाद उस व्यक्ति को उठाया गया और वायरलेस सेट पर एक संदेश फ्लैश किया गया। जब खुफिया एजेंसियों के अधिकारियों ने उससे पूछताछ की तो उसने बताया कि वह यूएई के राष्ट्रपति से अपने भाई के लिए मदद का अनुरोध करने आया था, जो सऊदी अरब के अस्पताल में भर्ती है। इसके बाद उससे पूछताछ हुई और उसे छोड़ दिया गया।