G-20 Summit: दिल्ली में आयोजित जी-20 बैठक के दौरान पीएम नरेन्द्र मोदी ने ग्लोबल बायोफ्यूल अलायंस (Global Biofuels Alliance) का ऐलान किया। अब तक कुल 19 देश और 12 अंतर्राष्ट्रीय संगठन इसके सदस्य बन चुके हैं। इनमें G20 सदस्य और गैर-सदस्य देश दोनों शामिल हैं। भारत, ब्राजील और अमेरिका इस गठबंधन के संस्थापक सदस्य हैं। चीन और तेल उत्पादक सऊदी अरब और रूस ने गठबंधन का हिस्सा नहीं बनने का फैसला किया है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जी-20 शिखर सम्मलेन के पहले दिन के पहले सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि फ्यूल ब्लेंडिंग के मामलों में सभी देशों को मिलकर काम करना चाहिए। पीएम ने भारत की तरफ से प्रस्ताव रखा कि वैश्विक स्तर पर पेट्रोल में 20 फीसदी एक एथेनॉल मिलाया जाए। पीएम ने इसके अलावा अन्य ब्लेंडिंग मिक्स भी खोजने का प्रस्ताव रखा। पेट्रोल में एथेनॉल मिक्स करने से पेट्रोल पर निर्भरता कम होगी। इस परियोजना की मदद से पर्यावरण को बचाने में मदद मिलेगी।
भारत, अमेरिका और ब्राजील इस अलायन्स के संस्थापक सदस्य है। वहीं अर्जेंटीना, बांग्लादेश, इटली, मॉरिशस, साउथ अफ्रीका, यूएई, कनाडा, सिंगापुर भी इस अलायंस का हिस्सा है।
बायोफ्यूल को पर्यावरण का ईंधन भी कहते हैं। बायोफ्यूल पेड़-पौधे, अनाज, फूड वेस्ट, इंडस्ट्रियल वेस्ट से बनने वाला ईंधन होता है। अगर इसका इस्तेमाल बढ़ेगा तो दुनिया में पारंपरिक ईंधन पेट्रोल-डीजल पर निर्भरता कम होगी और पर्यावरण प्रदूषण भी कम होगा। बता दें कि पहली बार बायोफ्यूल का इस्तेमाल साल 1890 में रुडोल्फ डीजल ने खेती के लिए कंबश्चन इंजन को चलाने के लिए वेजिटेबल ऑयल का इस्तेमाल किया था।
अमेरिका सबसे अधिक एथेनॉल बनाता है। अमेरिका 57.5 अरब लीटर एथेनॉल का उत्पादन करता है। वहीं अमेरिका के बाद ब्राजील सबसे अधिक एथेनॉल का उत्पादन करता है। ब्राजील करीब 35 अरब लीटर एथेनॉल का उत्पादन करता है। अलायंस के तीनों संस्थापक सदस्य अमेरिका, भारत और ब्राजील वैश्विक उत्पादन का लगभग 85 फीसदी एथेनॉल का उत्पादन करते हैं। वहीं 81 फीसदी खपत भी करते हैं।