पाकिस्तान के पेशावर में सोमवार को एक अस्पताल के पास सुरक्षा बलों के एक वाहन को निशाना बनाकर किए गए बम विस्फोट में अर्धसैनिक बल के एक जवान की मौत हो गई। जबकि चार जवानों समेत कई लोग घायल हो गए। पुलिस का कहना है कि हमला खैबर पख्तूनख्वा प्रांत की राजधानी पेशावर में वारसाक रोड पर स्थित प्राइम हॉस्पिटल के सामने फ्रंटियर कांस्टेबुलरी (FC) के जवानों पर हुआ।
वारसाक के एसपी मोहम्मद अरशद खान ने बताया कि विस्फोट में एफसी के पांच अधिकारी और तीन नागरिक घायल हुए हैं। उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि यह हमला IED से किया गया। उन्होंने कहा कि मामले में जांच जारी है। अशांत उत्तर-पश्चिमी खैबर-पख्तूनख्वा प्रांत के चित्राल जिले में पिछले सप्ताह दो सीमा चौकियों पर तालिबानी आतंकवादियों के हमले में चार पाकिस्तानी सैनिक मारे गए थे। जबकि सात घायल हो गए थे।
ध्यान रहे कि पाकिस्तान इस समय राजनीतिक अस्थिरता से जूझ रहा है। शहबाज शरीफ ने संसद के लोअर हाउस को भंग कर दिया था। उसके बाद वहां आम चुनाव कराने की तैयारी चल रही है। लेकिन इमरान खान जेल में बंद हैं। ऐसे में चुनावों की प्रासंगिकता को लेकर सवाल उठ रहे हैं।
पाकिस्तान में पिछले कुछ अरसे से राजनीतिक हिंसा भी सिर उठा रही है। इमरान खान को तोशाखाना केस में अरेस्ट करने पहुंची पुलिस को तहरीके इंसाफ (PTI) के वर्कर्स के विरोध का सामना करना पड़ा था। उसके बाद सैकड़ों लोग जेल में डाल दिए गए थे। सेना की इस कार्रवाई को लेकर पाकिस्तान की अदालतें फटकार तक लगा चुकी हैं।
हालांकि लगता नहीं कि सेना पर इसका कोई खास असर भी पड़ा है, क्योंकि इमरान के नेताओं पर आर्मी की कोर्ट में केस चलाने के मामले में अभी तक कोई पुख्ता अदालती आदेश सामने नहीं आ सका है। माना जा रहा है कि सेना इमरान से खफा है। इसी वजह से वो शरीफ बंधुओं पर नजरे इनायत कर रही है। तोशाखाना मामले में इमरान को मिली सजा इसका ही परिणाम है।