तेलुगु देशम पार्टी के अध्यक्ष एन चंद्रबाबू नायडू की मुश्किलें बढ़ गई हैं। भ्रष्टाचार मामले में उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। कौशल विकास निगम घोटाले में जांच एजेंसी लंबे समय से चंद्रबाबू से पूछताछ कर रही थी, तमाम सवाल-जवाब के बाद ही उनकी गिरफ्तारी हुई और फिर उन्हें कोर्ट में पेश किया गया।
जानकारी के लिए बता दें कि सीआईडी ने आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री को शनिवार सुबह करीब 6 बजे गिरफ्तार किया था। उनकी गिरफ्तारी उस समय की गई जब वे एक बस में सो रहे थे। गिरफ्तारी के बाद उनका मेडिकल हुआ और फिर कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने अभी के लिए उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। पूर्व सीएम के खिलाफ हुई इस कार्रवाई से राज्य में पार्टी कार्यकर्ता नाराज चल रहे हैं। उनकी तरफ से कल भूख हड़ताल का ऐलान कर दिया गया है।
वैसे इस समय नायडू की गिरफ्तारी पर सियासत भी शुरू हो गई है। बड़ी बात ये है कि बीजेपी नेताओं ने इस गिरफ्तारी का विरोध किया है। तर्क दिया गया है कि तय प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया, किसी भी तरह का पहले नोटिस नहीं दिया गया। बीजेपी नेता दुग्गुबती पुरनदेश्वरी ने कहा बिना किसी नोटिस के ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। प्राथमिकी में उनका नाम भी लिखा हुआ था। इसी कड़ी में जनसेना पार्टी के अध्यक्ष पवन कल्याण ने नायडू की गिरफ्तारी को राजनीति से प्रेरित बता दिया, उन्हें इसे बदले की कार्रवाई करार दिया।